FIFA World Cup 2022: बेल्जियम ने रोकी कनाडा की यादगार वापसी, खराब प्रदर्शन के बावजूद जीता मैच

FIFA World Cup 2022: मिकी बात्सुयाइ के पहले हॉफ के आखिरी क्षणों में किए गए गोल की मदद से बेल्जियम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद कनाडा को 1-0 से हराकर फीफा विश्व कप फुटबॉल प्रतियोगिता में अपने अभियान की जीत से शुरुआत की.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 24, 2022, 11:18 AM IST
  • ब्रूएन ने कहा सिर्फ नाम के चलते मिला बेस्ट प्लेयर अवॉर्ड
  • कनाडा ने कई मौकों पर दी बेल्जियम को चुनौती
FIFA World Cup 2022: बेल्जियम ने रोकी कनाडा की यादगार वापसी, खराब प्रदर्शन के बावजूद जीता मैच

FIFA World Cup 2022: कतर की मेजबानी में खेले जा रहे फीफा विश्वकप 2022 में कनाडा की टीम अपनी यादगार वापसी को ज्यादा यादगार नहीं बना सकी. 36 साल बाद फीफा विश्वकप में क्वालिफाई करने वाली कनाडा की टीम का ओपनिंग मैच दुनिया की दूसरे नंबर की टीम बेल्जियम से हुआ. इस मैच में बेल्जियम की टीम ने अपना बेस्ट प्रदर्शन भले नहीं किया लेकिन इसके बावजूद वो मिकी बात्सुयाइ के पहले हॉफ के आखिरी क्षणों में किए गए गोल की मदद से कनाडा को 1-0 से हराने में कामयाब रही.

बेल्जियम ने इस जीत के साथ फीफा विश्व कप फुटबॉल प्रतियोगिता में अपने अभियान का आगाज किया. कनाडा की टीम ने इस मैच में अच्छे प्रयास किए लेकिन बात्सुयाइ के 44वें मिनट में किए गए गोल से उसकी वापसी यादगार नहीं बन पाई. विश्व में दूसरे नंबर की टीम बेल्जियम किसी भी समय अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाई. उसके गोलकीपर थिबाउट कौरटोइस ने अगर शुरू में पेनल्टी नहीं बचाई होती तो परिणाम इसके उलट भी हो सकता था. 

ब्रूएन ने कहा सिर्फ नाम के चलते मिला बेस्ट प्लेयर अवॉर्ड

बेल्जियम के लिए जीत के अलावा मैच में जश्न मनाने वाली कोई अन्य चीज नहीं रही. यहां तक कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक केविन डी ब्रूएन भी अपने और टीम के प्रदर्शन से निराश थे. जब उन्हें मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया तो वह इस फैसले पर भी हैरान थे. 

डी ब्रूएन ने कहा,‘मुझे नहीं लगता कि मैंने अच्छा खेल दिखाया. मैं नहीं जानता कि मुझे यह ट्रॉफी क्यों दी गई. मुझे लगता है कि मेरे नाम के कारण मुझे यह पुरस्कार मिला.’

कनाडा ने कई मौकों पर दी बेल्जियम को चुनौती

बेल्जियम की उम्रदराज टीम को कुछ अवसरों पर कनाडा ने कड़ी चुनौती दी. कनाडा ने विश्वकप के इतिहास में अब तक जो चार मैच खेले हैं वह उन सभी में गोल करने में नाकाम रहा है. उसने 1986 के विश्वकप में तीन मैच खेले थे जिनमें वह गोल नहीं कर पाया था. कनाडा ने शुरू से आक्रामक रवैया अपनाया जिसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उसने गोल पर 21 शॉट जमाए जबकि बेल्जियम नौ शॉट ही जमा सका. कनाडा के इन शॉट में उसके स्टार खिलाड़ी अल्फोंसो डेविस का पेनल्टी पर लिया गया शॉट भी शामिल है जिसे बेल्जियम के गोलकीपर ने रोक दिया था. कनाडा के पास विश्वकप में गोल करने का यह सबसे सुनहरा मौका था जो उसने गंवा दिया. 

कनाडा के कोच जॉन हेर्डमैन ने अपने खिलाड़ियों के बारे में कहा, ‘उन्होंने दिखाया कि वह इस स्तर पर खेलने के लिए तैयार है और इस स्तर के खिलाड़ी हैं.’

44वें मिनट में आया गोल, जिसने कनाडा को हराया

मैच का निर्णायक पल 44वें मिनट में आया जब बेल्जियम ने बढ़त हासिल की. तब हालांकि डी ब्रूएन का थ्रो या ईडन हजार्ड का पास अच्छा नहीं था लेकिन कनाडा की रक्षा पंक्ति छितर गई जिसका फायदा उठाकर बात्सुयाइ ने गोल दाग दिया. बेल्जियम के कोच रॉबर्टो मार्टिनेज ने स्वीकार किया कि छह साल पहले कोच पद संभालने के बाद यह उनकी टीम का सबसे खराब प्रदर्शन था. 

उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि बहुत अच्छा खेल नहीं दिखाने के बावजूद हमने मैच जीत लिया. ’ बेल्जियम का अगला मुकाबला रविवार को मोरक्को से जबकि कनाडा का इसी दिन क्रोएशिया से होगा.

इसे भी पढ़ें- PKL 9 : आखिरी मिनट के रोमांच में हारी बेंगलुरू बुल्स, प्लेऑफ की दौड़ में लौटी बंगाल वॉरियर्स

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़