India Squad WTC Final: IPL 2023 – भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में 2-1 से जीत हासिल कर भारतीय टीम ने लगातार दूसरी बार विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बना ली है जिसका आयोजन इंग्लैंड के ओवल मैदान पर 7 से 12 जून के बीच खेला जाना है. भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया की टीम भी फाइनल में पहुंची है और दोनों ही टीमें इस खिताब को हासिल कर आईसीसी का हर खिताब जीतने वाली पहली टीम का रिकॉर्ड अपने नाम करना चाहेगी.
बोर्ड ने खिलाड़ियों को दिया नया निर्देश
भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमों ने आईसीसी की ओर से आयोजित होने वाले हर टूर्नामेंट के खिताब को कम से कम एक बार अपने नाम किया है और उसके खाते में बस टेस्ट चैम्पियनशिप की ही ट्रॉफी रह गई है.
वहीं बीसीसीआई पिछले एडिशन की गलतियों को दोहराना नहीं चाहता है और टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में जीत हासिल कर 10 साल से चले आ रहे खिताबी सूखे को खत्म करना चाहती है. इसी को देखते हुए बीसीसीआई ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों को नए दिशानिर्देश जारी कर दिये गये हैं.
इन बॉलर्स को ड्यूक बॉल से फेंकने होंगे 34 ओवर्स
एनसीए के साथ लंबी बातचीत के बाद बीसीसीआई ने फैसला किया है कि मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज और टीम में जगह बनाने वाले अन्य संभावित भारतीय गेंदबाजों का आईपीएल सीजन के दौरान वर्कलोड डबल कर दिया जाए. बीसीसीआई ने सेंट्रल करार हासिल किये हुए खिलाड़ियों को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल की तैयारियों के लिहाज से अपना वर्कलोड बढ़ाने को कहा है. इसके तहत बीसीसीआई ने मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव और शार्दुल ठाकुर समेत अन्य गेंदबाजों को हर हफ्ते कम से कम 33 ओवर गेंदबाजी अभ्यास करने का निर्देश दिया है.
प्रैक्टिस के लिये बॉलर्स को दी गई है ड्यूक बॉल
इंग्लैंड में ड्यूक बॉल से टेस्ट मैच खेला जाता है जिसको देखते हुए बोर्ड ने बॉलर्स को ड्यूक बॉल दी है और 34 ओवर्स का अभ्यास इसी गेंद से कर स्किल को बेहतरीन करने पर ध्यान देने का निर्देश दिया है.
इनसाइड स्पोर्ट से बात करते हुए बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा,’गेंदबाजों के पास लाल गेंद से अपनी फॉर्म हासिल करने के लिये बहुत ज्यादा समय नहीं होगा, तो ऐसे में उन्हें अपना अभ्यास जारी रखना होगा. सभी संभावित गेंदबाजों को ड्यूक की रेड बॉल दी गई है ताकि वो आईपीएल के दौरान अभ्यास जारी रखें.’
हर हफ्ते फेंकनी है कम से कम 200 बॉल
गौरतलब है कि इंग्लैंड में इस्तेमाल होने वाली ड्यूक बॉल भारत की एसजी बॉल से पूरी तरह से अलग होती हैं. दोनों गेंद की बनावट, आकार और स्विंग को मदद देने की काबिलियत काफी अलग होती है. क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार एनसीए ने सभी बॉलर्स को ड्यूक बॉल देकर नेट्स पर गेंदबाजी करते रहने को कहा है.
रिपोर्ट के अनुसार मैनेजमेंट ने सभी खिलाड़ियों को कम से कम 200 गेंद प्रति हफ्ते फेंकने का टारगेट दिया है . आईपीएल के दौरान गेंदबाज सिर्फ 4 ओवर का स्पेल फेंकते हुए जिसे देखते हुए अधिकारी चाहते हैं कि गेंदबाज लाल बॉल से लंबे स्पेल फेंकने की अपनी आदत को बरकरार रखें. 200 गेंद का मतलब लगभग 34 ओवर जो कि टेस्ट क्रिकेट में औसतन एक सत्र के बराबर होता है. भारतीय टीम के स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल को भी ये दिशानिर्देश फॉलो करने का आदेश दिया गया है.
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