Chhattisgarh में Renuka Singh क्यों बन सकती हैं मुख्यमंत्री, जानें 5 कारण

Chhattisgarh New CM: माना जा रहा है कि भाजपा आलाकमान महिला आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाकर 2024 के लिए आदिवासी सीटों को टारगेट करना चाहता है. रेणुका सिंह को CM पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, क्योंकि वे पीएम की टीम की मजबूत सदस्य मानी जाती हैं. 

Written by - Ronak Bhaira | Last Updated : Dec 7, 2023, 10:47 AM IST
  • फिलहाल केंद्रीय मंत्री हैं रेणुका सिंह
  • 2003 में पहली दफा बनीं विधायक
Chhattisgarh में Renuka Singh क्यों बन सकती हैं मुख्यमंत्री, जानें 5 कारण

नई दिल्ली: Chhattisgarh New CM: तीन राज्यों में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला है. जल्द ही तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों का ऐलान किया जाएगा. चर्चा है कि भाजपा छत्तीसगढ़ में आदिवासी चेहरे को मुख्यमंत्री बना सकती है. इसमें रेणुका सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा है. माना जा रहा है कि भाजपा आलाकमान महिला आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाकर 2024 के लिए आदिवासी सीटों को टारगेट करना चाहता है. रेणुका सिंह (Renuka Singh) को CM पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है, क्योंकि वे पीएम की टीम की मजबूत सदस्य मानी जाती हैं. 

कौन हैं रेणुका सिंह
रेणुका सिंह केंद्रीय राज्य मंत्री हैं. भाजपा ने इस बार उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारा था, उन्होंने भरतपुर सोनहत से विधानसभा चुनाव जीता है. रेणुका सिंह केंद्र में छत्तीसगढ़ से इकलौती मंत्री हैं. उन्होंने जनपद पंचायत चुनाव से अपना सियासी सफर शुरू किया था. 1999 में वो पहली बार जनपद पंचायत की सदस्य चुनी गईं. फिर 2000 मे भाजपा ने उनको रामानुजनगर मंडल का अध्यक्ष बनाया. साल 2002 में वो समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष रहीं. 2003 में पार्टी ने टिकट दिया, रामानुजनगर सीट से विधायक बनीं. 2008 में फिर विधायक बनीं और  महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री मंत्री रहीं.  साल 2019 मे सरगुजा सीट से से सांसद बनीं और अब मोदी सरकार में जनजातीय मामलों की केंद्रीय राज्य मंत्री हैं.

क्यों बन सकती हैं पहली आदिवासी महिला CM?

महिला कनेक्ट: रेणुका सिंह छत्तीसगढ़ में महिलाओं के बीच एक पॉपुलर फेस हैं. खासकर आदिवासी बेल्ट में महिलाएं उनसे कनेक्ट फील करती हैं. इन महिलाओं में रेणुका सिंह को लेकर क्रेज है. चुनाव प्रचार के दौरान भी उनकी रैलियों में महिलाओं की तादाद देखी गई थीं.

आदिवासी: रेणुका सिंह आदिवासी समाज से आती हैं. छत्तीसगढ़ के अलावा, झारखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में आदिवासी समुदाय है. लिहाजा, आदिवासियों को भाजपा साल 2024 से पहले वोट बैंक के तौर पर विकसित कर सकती है. 

रमन सिंह की नजदीकी: रेणुका सुंह पूर्व सीएम रमन सिंह की भी करीबी मानी जाती हैं. कहा जा रहा है कि रेणुका को आगे करने पर रमन सिंह नाराज नहीं होंगे. ऐसे में पार्टी को भी नया चेहरा मिल जाएगा और रमन सिंह भी नाराज नहीं होंगे. 

अनुभवी: रेणुका सिंह राजनीति में लंबी पारी खेल सकती हैं. पहले भी वे राज्य मंत्री रह चुकी हैं, अब केंद्रीय मंत्री हैं. ये उनके सीवी को काफी मजबूत करता है.. उन्हें प्रशासनिक और राजनीतिक अनुभव है. लिहाजा, पार्टी ऐसे चेहरे को तरजीह दे सकती है.  

प्रभावशाली: रेणुका सिंह ने न सिर्फ अपनी सीट पर जीत दर्ज की है, बल्कि सरगुजा-बस्तर संभाग में भाजपा को जीत दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई है. उनके प्रभाव को देखते हुए पार्टी अब उनके चेहरे पर दांव लगा सकती है. 

ये भी पढ़ें- Rajasthan: जब Gehlot ने देखी थी Vasundhara के हाथ की लकीरें... क्या CM पद दिला पाएंगी हस्तरेखा?

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़