नई दिल्लीः NEET-UG पेपर लीक मामले पर सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ वकील मैथ्यूज नेदुम्परा पर भड़क गए और उन्हें सिक्योरिटी बुलाकर कोर्ट से बाहर निकालने तक की बात कह दी. हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब मैथ्यूज नेदुम्परा को CJI से फटकार मिली है. इससे पहले भी CJI मैथ्यूज नेदुम्परा को फटकार लगा चुके हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर वकिल मैथ्यूज नेदुम्परा कौन हैं.
कानून के क्षेत्र में हासिल है व्यापक अनुभव
रिपोर्ट्स की मानें, तो सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील मैथ्यूज जे नेदुम्परा को सिविल, आपराधिक, संवैधानिक, बैंकिंग और वित्त सहित कानून के क्षेत्र में व्यापक अनुभव हासिल है. मैथ्यूज नेदुम्परा को सार्वजनिक मद्दों पर खुलकर अपनी बात रखने के लिए जाना जाता है. खासकर न्यायपालिका में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए. साल 2010 में मैथ्यूज नेदुम्परा ने न्यायिक पारदर्शिता और सुधार के लिए राष्ट्रीय वकीलों के अभियान की स्थापना की थी.
कंटेम्ट ऑफ कोर्ट के दोषि ठहराए जा चुके हैं
मैथ्यूज नेदुम्परा को कंटेम्ट ऑफ कोर्ट का दोषी भी ठहराया जा चुका है. साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अवमानना का दोषी ठहराया था. तब उन्हें एक वरिष्ठ वकील का नाम लेकर यह आरोप लगाने के लिए दोषी ठहराया गया था कि न्यायधीशों के बेटे और बेटियां को वरिष्ठ अधिवक्ता का पद देने में प्राथमिकता दी जाती है. इस मामले पर सुनवाई करते हुए जस्टिस आर. नरीमन और जस्टिस विनीत सारन की बेंच ने मैथ्यूज नेदुम्परा को दोषी पाया था और उन्हें 3 महीने की जेल की सजा सुनाई थी.
माफी मांगने पर सजा हुई थी निलंबित
हालांकि, बाद में बिना शर्त मैथ्यूज नेदुम्परा के माफी मांगने से सजा निलंबित कर दी गई थी. इसके बाद भी एक साल तक सुप्रीम कोर्ट में उनके वकालत करने पर रोक लगा दी गई थी. यह कोई पहली बार नहीं है, जब CJI मैथ्यूज नेदुम्परा पर भड़के हो. इससे पहले भी हाल ही में इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर सुनवाई के दौरान उनकी CJI से बहस हो गई थी. तब CJI की ओर से साफ कहा गया कि आप मुझ पर चिल्लाइए मत.
ये भी पढ़ेंः सेना की बैरक के पास जवान पर चाकुओं से हमला, हमलावर ने चाकू पर लगा खून चाटा
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.