कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की फैक्ट फाइंडिंग टीम की रिपोर्ट की बुधवार को आलोचना करते हुए दावा किया कि भाजपा ने मणिपुर में कथित रूप से जो भारी भूल की है यह रिपोर्ट उससे ‘ध्यान भटकाने की तरकीब’ है. पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने यह सवाल भी किया कि भाजपा ने जातीय हिंसा से प्रभावित इस पूर्वोत्तर राज्य में भी ऐसे ही दल क्यों नहीं भेजे? भाजपा की इस फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने हाल में पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में हुई हिंसक घटनाओं की जांच की तथा बुधवार को पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपी.
इस समिति ने आरोप लगाया कि ‘शर्मनाक लोकतंत्र का घिनौना रूप’ चुनाव के दौरान देखा गया. तृणमूल कांग्रेस की वरिष्ठ मंत्री शशि पांजा ने कहा, ‘भाजपा घबराई हुई और परेशान है. भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग टीम बंगाल का दौरा कर रही हैं लेकिन मणिपुर नहीं जा रही हैं. हमने देखा है कि कैसे इन तथ्यान्वेषी मिशनों के सदस्य दिल्ली में बंगाल पर संवाददाता सम्मेलन करते हैं. लेकिन ऐसे किसी तथ्यान्वेषी मिशन ने मणिपुर का दौरा नहीं किया है.’
'मणिपुर पर पीएम ने क्यों नहीं दिया बयान'
उन्होंने सवाल किया कि क्यों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के पटल पर मणिपुर के मौजूदा संकट पर बयान अबतक नहीं दिया. उन्होंने कहा, ‘संसद का सत्र चल रहा है लेकिन अबतक हमने संसद के पटल पर इस जातीय संघर्ष पर प्रधानमंत्री का संबोधन नहीं सुना है. पूरा देश संसद में प्रधानमंत्री के संबोधन की बाट जोह रहा है. विपक्षी दल शासित राज्यों का इन टीम द्वारा दौरा करना ध्यान बांटने की तरकीब भर है.’
लोकसभा में स्वीकार हुआ अविश्वास प्रस्ताव
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को विपक्षी गठबंधन की ओर से कांग्रेस द्वारा सरकार के खिलाफ दिये गये अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया. विपक्ष ने प्रधानमंत्री को विवादास्पद मणिपुर मुद्दे पर बोलने के लिए बाध्य करने के लिए यह कदम उठाया है. पांजा ने भाजपा पर स्थानीय चुनाव के दौरान बंगाल में हिंसा करने का आरोप लगाया और कहा कि कई मौकों पर प्रदेश भाजपा फर्जी वीडियो का इस्तेमाल करते हुए पकड़ी गयी है. उन्होंने कहा, ‘वे राज्य को बदनाम करने के लिए फर्जी वीडियो का इस्तेमाल कर रहे हैं. भाजपा को पश्चिम बंगाल को बदनाम करना बंद करना चाहिए तथा मणिपुर की ओर देखना चाहिए.’
क्या बोले रविशंकर प्रसाद
भाजपा के तथ्यान्वेषी दल के संयोजक पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश को जानना चाहिए कि बंगाल में लोकतंत्र खत्म हो गया है. प्रसाद ने दावा किया कि चुनावों के बाद लोगों में ‘खेला होबे’ का भय ही तृणमूल कांग्रेस सरकार की पहचान बन गया है. उन्होंने राजनीतिक कारणों से हत्याओं, हिंसा और लोगों को निशाना बनाये जाने की घटनाओं के शिकार परिवारों की पीड़ा सामने रखी.
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