नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल के संदेशखाली के कुछ इलाकों में रविवार को नया विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. स्थानीय लोगों ने तीन और स्थानीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है. जिन नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है, उनमें टीएमसी के ग्राम पंचायत प्रमुख हाजी सिद्दीक मोल्ला, उनके सहयोगी जुल्फिकार मोल्ला और हासिम मोल्ला हैं.
टीएमसी नेताओं के खिलाफ धरना
ये सभी अब निलंबित टीएमसी नेता शेख शाहजहां के करीबी सहयोगी माने जाते हैं. शेख शाहजहां 5 जनवरी को संदेशखली में ईडी और सीएपीएफ पर हमले के कथित मास्टरमाइंड हैं. शेख शाहजहां इस समय में सीबीआई हिरासत में हैं. स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर नेताओं पर कृषि भूमि को जबरन हड़पने, कृषि भूमि को अवैध रूप से मछली पालन के फार्म में बदलने और स्थानीय महिलाओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है!
सीबीआई ने कसा शिकंजा
सीबीआई ने शनिवार को शेख शाहजहां के छोटे भाई शेख आलमगीर और उनके दो सहयोगियों मफिजुल मोल्ला और सिराजुल मोल्ला से नौ घंटे पूछताछ की थी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. इसके ठीक एक दिन बाद यानी रविवार को नया विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ.
बता दें कि संदेशखाली की पांच महिलाओं समेत हिंसा के शिकार 11 पीड़ितों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की थी. संदेशखाली में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय की सुरक्षा के लिए हस्तेक्षप की मांग की है.
ईडी ने छापेमारी के दौरान इन जगहों से कई गाड़ियां भी बरामद की हैं. इनमें थार, जीप और स्कॉर्पियों के अलावा दूसरी कई और वाहन भी बरामद किए हैं. इसके अलावा शाहजहां शेख के खिलाफ सीबीआई भी मामले में जांच कर रही है. दरअसल, पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में गत 5 जनवरी को ईडी की टीम पर हमला किया गया था.
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