लेफ्ट टू राईट... जब धुर विरोधी दलों ने मिलाया हाथ, देश में ऐसे बनी पहली 'गठबंधन सरकार'!

 First Coalition Government of India: देश मेंगठबंधन की पहली सरकार साल 1977 में बनी थी. इसमें वाम दलों से लेकर जनसंघ भी शामिल था. विपरीत विचारधारा वाले दलों को भी जेपी नारायण साथ लाने में कामयाब हुए थे, मोरारजी देसाई देश के पहले गैर-कांग्रेसी PM बने थे.

Written by - Ronak Bhaira | Last Updated : Jun 14, 2024, 02:37 PM IST
  • 1977 में बनी गठबंधन की पहली सरकार
  • मोरारजी देसाई ने थे प्रधानमंत्री
लेफ्ट टू राईट... जब धुर विरोधी दलों ने मिलाया हाथ, देश में ऐसे बनी पहली 'गठबंधन सरकार'!

नई दिल्ली: First Coalition Government of India: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में 10 साल बाद फिर गठबंधन की सरकार का उदय हुआ है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा अपने दम पर बहुमत लेकर आई थी. लेकिन इस बार सरकार बनाने के लिए JDU और TDP जैसे दलों का सहयोग लेना पड़ा. भारत में सबसे पहले गठबंधन वाली सरकार साल 1977 में बनी थी. आइए, जानते हैं कि तब इस गठबंधन का सूत्रधार कौन बना और ये सरकार किसने चलाई?

इंदिरा ने लगाई थी इमरजेंसी
12 जून, 1975 को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को चुनावी धोखाधड़ी का दोषी माना. इस कारण अदालत ने उन्हें लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा देने और अगले 6 साल तक कोई भी चुनाव न लड़ने का आदेश दिया. इस फैसले के बाद इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लागू कर दी थी. करीब दो साल बाद इंदिरा गांधी को लगा कि अब माहौल ठीक है, तब उन्होंने इमरजेंसी हटाई. देश में आम चुनाव की घोषणा कर दी गई.

जेपी ने विपक्षी दलों को एकजुट किया 
देश में इंदिरा गांधी के खिलाफ माहौल बन गया था. समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण ने सभी विपक्षी दलों के नेताओं से बात की. उन्हें साधकर जनता दल बनाया और इसके बैनर तले चुनाव लड़ने के लिए कहा. जनसंघ से लेकर वाम दलों ने जेपी के इस आमंत्रण को स्वीकार किया. मोरारजी देसाई, जगजीवनराम और चंद्रशेखर समेत कई नेता कांग्रेस छोड़कर जनता दल में शामिल हुए. करीब 13 दलों ने एकसाथ मिलकर चुनाव लड़ा. दिलचस्प बात ये है कि लेफ्ट से लेकर राईट तक के दलों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था.

जनता दल जीता
1977 में हुए लोकसभा चुनाव में जनता दल को बहुमत मिला. 41.32% वोट पाकर 295 सीटों पर जनता दल ने जीत हासिल की. जबकि दूसरी ओर, इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस 34.52% वोट शेयर हासिल कर केवल 152 सीटें ही जीत पाई. 

मोरारजी देसाई PM बने
इसके बाद जनता दल ने मोरारजी देसाई को संसदीय दल का नेता चुना. देसाई ने 24 मार्च, 1977 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. लेकिन उनकी सरकार सवा साल ही चल पाई. चौधरी चरण सिंह की बगावत के बाद 28 जुलाई 1979 को मोरारजी PM पद से हट गए. इसके बाद इंदिरा गांधी ने चरण सिंह का बाहर से समर्थन किया. लेकिन कुछ ही महीनों के भीतर इंदिरा ने समर्थन खींच लिया और चरण सिंह की सरकार गिर गई. देश में चुनाव हुए और कांग्रेस जीती. इंदिरा गांधी एक बार फिर देश की प्रधानमंत्री बन गईं.

ये भी पढ़ें- मोदी 3.0 का मंत्रिमडल फॉर्मूला तय, NDA के घटक दलों को मिलेंगे इतने मंत्री पद!

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़