गिरफ्तारी से पहले ही केजरीवाल ने इंसुलिन लेना कर दिया था बंदः AAP के दावों पर तिहाड़ प्रशासन

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी से महीनों पहले इंसुलिन का इंजेक्शन लगवाना बंद कर दिया था और वह साधारण मधुमेह रोधी दवा ले रहे थे. अधिकारियों ने तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना को भेजी गई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए शनिवार को यह जानकारी दी. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 21, 2024, 08:29 AM IST
  • 'इंसुलिन देने से इनकार करने की बात गलत'
  • एलजी ने 'आप' के आरोपों पर मांगी थी रिपोर्ट
गिरफ्तारी से पहले ही केजरीवाल ने इंसुलिन लेना कर दिया था बंदः AAP के दावों पर तिहाड़ प्रशासन

नई दिल्लीः दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी से महीनों पहले इंसुलिन का इंजेक्शन लगवाना बंद कर दिया था और वह साधारण मधुमेह रोधी दवा ले रहे थे. अधिकारियों ने तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना को भेजी गई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए शनिवार को यह जानकारी दी. 

'इंसुलिन देने से इनकार करने की बात गलत'

तिहाड़ जेल के महानिदेशक की ओर से शुक्रवार को जमा की गई रिपोर्ट में कहा गया कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य की जांच 10 और 15 अप्रैल को मेडिसीन के विशेषज्ञ द्वारा की गई थी, जिन्होंने मधुमेह रोधी दवाओं की सलाह दी थी और यह कहना गलत है कि केजरीवाल को उपचार के किसी भी चरण में इंसुलिन देने से इनकार कर दिया गया था. 

एलजी ने 'आप' के आरोपों पर मांगी थी रिपोर्ट

अधिकारियों ने बताया कि इसमें कहा गया है कि जेल डिस्पेंसरी में इंसुलिन की पर्याप्त उपलब्धता है और इसे केजरीवाल को ‘जब कभी आवश्यकता होगी’ दिया जा सकता है. सक्सेना ने 18 अप्रैल को जेल महानिदेशक से आम आदमी पार्टी (आप) के उन आरोपों पर तथ्यात्मक रिपोर्ट देने को कहा था कि केजरीवाल को तिहाड़ जेल में इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है. 

एक-दूसरे पर आरोप लगा रही 'आप' और बीजेपी

आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने इसके जवाब में कहा कि रिपोर्ट ने भाजपा की ‘साजिश’ का ‘पर्दाफाश’ कर दिया है जबकि भाजपा ने आप से मामले में ‘झूठा अभियान’ बंद करने को कहा. ‘आप’ ने एक बयान में कहा कि केजरीवाल ने ‘सावधानीपूर्वक चिकित्सा पर्यवेक्षण’ के तहत एक 'इंसुलिन रिवर्सल प्रोग्राम' शुरू किया और इंसुलिन ‘बंद’ कर दिया गया तथा इसकी जगह खाने वाली दवा दी गई. 

'आप' ने लगाया था इंसुलिन बंद करने का आरोप

पार्टी ने दावा कि लेकिन 21 मार्च को उनकी गिरफ्तारी के बाद ‘इंसुलिन रिवर्सल प्रोग्राम’ बंद हो गया. आप ने कहा, ‘इसलिए टाइप-2 मधुमेह से ग्रस्त मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इंसुलिन पर निर्भर गंभीर रोगी हैं और उनके शरीर में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन देने की प्रक्रिया बहाल करनी होगी.’ पार्टी ने दावा किया कि अगर केजरीवाल के शरीर में शर्करा का स्तर लगातार ऊंचा रहता है तो उनके कई अंगों के खराब होने की आशंका है. 

'आप' के आरोपों पर तिहाड़ ने दी ये रिपोर्ट

उन्होंने पूछा, ‘भाजपा के इशारे पर केजरीवाल को जेल में मारने की साजिश हो रही है. मुख्यमंत्री 12 साल से इंसुलिन ले रहे हैं, तिहाड़ प्रशासन को उन्हें इंसुलिन देने में क्या दिक्कत है?’ दिल्ली की मंत्री ने यह भी दावा किया कि जेल जाने से पहले केजरीवाल रोजाना 50 यूनिट इंसुलिन लेते थे. वहीं अधिकारियों ने तिहाड़ प्रशासन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि केजरीवाल ने कुछ महीने पहले इंसुलिन का इंजेक्शन लगवाना बंद कर दिया था और अपनी गिरफ्तारी के समय, वह ‘मेटफॉर्मिन’ नामक एक साधारण मधुमेह रोधी गोली का सेवन कर रहे थे. 

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