नई दिल्ली: West Bengal Congress: पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की करारी हार के बाद अधीर रंजन चौधरी ने बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. अधीर खुद भी बहरामपुर लोकसभा सीट पर TMC के प्रत्याशी युसूफ पठान से चुनाव हार गए थे. अधीर रंजन सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखे हमले करते रहे हैं. पार्टी ने कई बार उनसे किनारा किया, उनके बयानों को व्यक्तिगत बताया.
मीटिंग में बोले कांग्रेसी नेता- अधीर ने कांग्रेस को मजबूत नहीं किया
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से बंगाल कांग्रेस के कई नेताओं ने मुलाकात की. बैठक में 24 नेता थे, इनमें से ज्यादातर अधीर रंजन चौधरी की कार्यशैली से नाखुश थे. इनका कहना था कि अधीर रंजन चौधरी ने कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में कदम नहीं बढ़ाए. जबकि उन्होंने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखे हमले बोले.
ये तीन नेता हैं बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में
कांग्रेस पार्टी कई नामों पर विचार कर रही है. इनमें ये तीन नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहे हैं.
ईशा खान चौधरी: पश्चिम बंगाल की मालदा दक्षिण लोकसभा सीट से सांसद हैं. इससे पहले वे पश्चिम बंगाल के सुजापुर से विधायक रहे हैं. उन्होंने अपना शुरुआती जीवन कनाडा में बिताया.
नेपाल महतो: नेपाल महतो पश्चिम बंगाल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. वे बाघमुंडी से विधायक रहे हैं. 2001, 2006, 2011 और 2016 में उन्होंने विधानसभा में बाघमुंडी का प्रतिनिधित्व किया. कांग्रेस पार्टी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें पुरुलिया से टिकट दिया. 2021 में उन्होंने बाघमुंडी से विधानसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार गए.
डीपी रॉय: देबप्रसाद रॉय को मिथुदा के नाम से भी जाना जाता है. 2006 में उन्होंने जलपाईगुड़ी विधानसभा सीट से चुनाव जीता. इसके बाद उन्होंने अलीपुरद्वार विधानसभा सीट से चुनाव जीता.
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