मोदी सरकार के 9 साल: गरीबों को फायदा पहुंचाने वाली योजनाओं के प्रचार की तैयारी!

नई दिल्ली. मोदी सरकार अगले महीने अपनी नौवीं वर्षगांठ मनाने जा रही है और वह अपनी विभिन्न गरीब समर्थक योजनाओं के ‘प्रभाव’ को उजागर करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, ताकि चुनावी वर्ष में देश में इसकी कल्याणकारी पहलों के बारे में चर्चा को जीवित रखा जा सके.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Apr 4, 2023, 11:04 PM IST
  • मई में पूरे हो रहे हैं 9 साल.
  • पार्टी ने कस ली है कमर.
मोदी सरकार के 9 साल: गरीबों को फायदा पहुंचाने वाली योजनाओं के प्रचार की तैयारी!

नई दिल्ली. मोदी सरकार अगले महीने अपनी नौवीं वर्षगांठ मनाने जा रही है और वह अपनी विभिन्न गरीब समर्थक योजनाओं के ‘प्रभाव’ को उजागर करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, ताकि चुनावी वर्ष में देश में इसकी कल्याणकारी पहलों के बारे में चर्चा को जीवित रखा जा सके. सरकारी सूत्रों ने कहा कि प्रभाव रेखांकित करता है कि कैसे कल्याणकारी उपायों ने स्पष्ट सकारात्मक प्रभावों से परे लोगों को अप्रत्यक्ष लाभ अर्जित कराया है.

पार्टी ने कसी कमर
उन्होंने कहा कि उन योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिन्होंने देश भर में बड़ी संख्या में लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है और उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाया है. वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव अभियान के लिए खाका तैयार होने और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुकाबले के लिए कमर कसते हुए कहा कि गरीबों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन प्रदान करने वाली 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' ने न केवल करोड़ों महिलाओं को लाभान्वित किया है, बल्कि उन्हें धुआं मुक्त और सुरक्षित ईंधन प्रदान कर उन्हें बीमार होने से भी बचाया है.

'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' के फायदे
सूत्रों ने कहा कि अब उन्हें जलावन की लकड़ी इकट्ठा करने के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं है, जिससे उनका काफी समय भी बचता है, जिसका इस्तेमाल उनके द्वारा खुद के लिए और लाभकारी रोजगार के लिए किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इसी तरह देश भर में बने करोड़ों शौचालयों ने न सिर्फ स्वच्छता को बढ़ावा दिया है, बल्कि गंदगी से होने वाली कई बीमारियों से भी निजात दिलाई है.

स्कूलों में बच्चों की बढ़ी उपस्थिति
सूत्रों ने कहा, 'शौचालयों के निर्माण के कारण स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ी है. आज गरीबों के घर में शौचालय होने का मतलब है कि उनके लिए एक सम्मानित जीवन सुनिश्चित हो गया है और उनमें आत्म-सम्मान की नयी भावना आ गई है. उन्होंने कहा कि 'नल से जल' योजना के तहत यह पहली बार है कि करोड़ों परिवारों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया गया है तथा महत्वपूर्ण रूप से, इसने महिलाओं को दूर के स्थानों से पानी लाने की दैनिक परेशानी से स्थायी रूप से छुटकारा दिलाया है.

सूत्रों ने कहा कि "द्वितीय क्रम प्रभाव" को उजागर करना एक नया और अभिनव दृष्टिकोण है, जो मोदी सरकार की नीतियों और योजनाओं के पीछे दूरगामी दृष्टि को स्पष्ट रूप से दर्शाता है. उन्होंने कहा कि योजनाओं के प्रत्यक्ष लाभ की तो अक्सर चर्चा होती है, लेकिन उनके अप्रत्यक्ष लाभ भी समान रूप से प्रभावी और स्थायी होते हैं. 

(एजेंसी : भाषा)

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