नई दिल्लीः शास्त्रों की मानें, तो हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को देवी सरस्वती की पूजा की जाती है. इस दिन को बसंत पंचमी के रूप में भी जाना जाता है. इस साल बसंत पंचमी 14 फरवरी को पड़ रही है. लोग देवी सरस्वती का आशीर्वाद पाने के लिए बसंत पंचमी के मौके पर उपवास रखते हैं और पूरे तन मन से पूजा अर्चना करते हैं. हालांकि, बसंत पंचमी के दिन व्रतियों को कुछ बातों का निश्चित रूप से ख्याल रखना चाहिए. आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में.
बसंत पंचमी को व्रती क्या खाएं
1. बसंत पंचमी के दिन यदि आप व्रत रख रहे हैं, तो इस दिन बिना नहाए और देवी सरस्वती की पूजा किए बिना किसी भी चीज का सेवन न करें. इससे आपको शुभ फल प्राप्त नहीं होगा.
2. शास्त्रों की मानें, तो बसंत पंचमी का व्रत पूरे दिन रखना जरूरी नहीं होता है. इस दिन शुभ मुहूर्त में पूजा-आराधना करने के बाद आप व्रत खोल सकते हैं. हालांकि, व्रत खोलने से पहले देवी सरस्वती के प्रिय फल बेर का सेवन जरूर करें. बेर को देवी सरस्वती का सबसे प्रिय फल माना जाता है.
3. बेर के सेवन के बाद देवी सरस्वती को चढ़ाए हुए भोग का सेवन करें और उस भोग को सभी लोगों में बराबर बांटें. मान्यता है कि इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है. बसंत पंचमी के दिन पीले रंग की मिठाई और केसर से बने पीले चावल का निश्चित रूप से सेवन करना चाहिए.
बसंत पंचमी में क्या नहीं खाएं
1. शास्त्रों की मानें, तो बसंत पचंमी के मौके पर हमें किसी भी कीमत पर तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. इसके अलावा मांस-मदिरा जैसी चीजों से भी दूरी बना लेना चाहिए.
2. बसंत पंचमी के मौके पर प्याज और लहसुन का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए. इस दिन ज्यादा से ज्यादा सात्विक भोजन करना चाहिए. मसालेदार भोजन के सेवन से बचने की कोशिश करें.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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