Rishi Sunak: ब्रिटेन की कैबिनेट में फेरबदल, गृहमंत्री बर्खास्त, डेविड कैमरन बने नए विदेश मंत्री
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Rishi Sunak: ब्रिटेन की कैबिनेट में फेरबदल, गृहमंत्री बर्खास्त, डेविड कैमरन बने नए विदेश मंत्री

Rishi Sunak Sacks Suella Braverman: न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, सुएला ब्रेवरमैन ने टाइम्स यूके में एक आर्टिकल लिखा था, जिसके बाद सुनक पर ब्रेवरमैन के खिलाफ एक्शन लेने का भारी दबाव था. 

Rishi Sunak: ब्रिटेन की कैबिनेट में फेरबदल, गृहमंत्री बर्खास्त, डेविड कैमरन बने नए विदेश मंत्री

London News: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने गृह मंत्री को बर्खास्त कर दिया है, जिन्होंने पुलिस पर फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के प्रति बहुत ज्यादा नरमी बरतने का आरोप लगाया था. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, सुएला ब्रेवरमैन ने टाइम्स यूके में एक आर्टिकल लिखा था, जिसके बाद सुनक पर ब्रेवरमैन के खिलाफ एक्शन लेने का भारी दबाव था. पीएम सुनक ने कैबिनेट में भी फेरबदल किया है. पूर्व पीएम डेविड कैमरन को नया विदेश मंत्री बनाया गया है.

ब्रेवरमैन ने पुलिस पर लगाए ये आरोप

रॉयटर्स के मुताबिक, आर्टिकल में ब्रिटेन की गृहमंत्री ने शनिवार को पुलिस पर दोहरे रवैये का आरोप लगाया था. खासकर फलस्तीन के समर्थन में हुई रैली को लेकर. ब्रेवरमैन को कंजर्वेटिव पार्टी की भविष्य की नेता के तौर पर एक दावेदार माना जाता है. उन्होंने पिछले महीने हमास के इजरायल पर हमले के बाद लंदन में जमा हुए हजारों प्रदर्शनकारियों की निंदा की. इन रैलियों को ब्रेवरमैन ने हेट मार्च बताया था. रॉयटर्स के मुताबिक, ब्रेवरमैन अकसर पुलिस और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर विवादास्पद बयान देती रही हैं. 

10 अक्टूबर को ब्रेवरमैन ने ब्रिटेन की सड़कों पर फलस्तीनी झंडे फहराने को लेकर पुलिस चीफ्स को चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा कि झंडा फहराना वैध नहीं माना जाएगा, अगर उसे आतंकवाद के समर्थन के तौर पर देखा जाएगा. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रेवरमैन ने प्रदर्शनकारियों के बर्ताव को लेकर कई उदाहरण भी दिए, जिसे लेकर वह मानती हैं कि उसे सार्वजनिक आदेश का उल्लंघन माना जाएगा. इसमें यहूदियों को टारगेट करना और फलस्तीनी या हमास समर्थक चिह्न और इजरायल विरोधी नारेबाजी शामिल हैं.

लंदन में हुई थी फलस्तीन समर्थक रैली 

गौरतलब है कि लंदन के अलावा यूके में कई जगहों पर हजारों फलस्तीनी समर्थकों ने इजरायल के हमास पर हमले के  अंत की मांग करते हुए प्रदर्शन किया था. 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर बेहद भीषण हमला किया था, जिसके बाद पलटवार करते हुए इजरायल ने गाजा पट्टी पर हमला बोल दिया, जो अब तक जारी है. 

बता दें कि गाजा में 10,000 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें से लगभग आधे बच्चे हैं. WHO के अनुसार हर 10 मिनट में एक बच्चे की मौत हो रही है और अब छोटे बच्चों को ऑक्सीजन की कमी के कारण उनके इन्क्यूबेटर से हटाना पड़ा और उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया गया.

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