Iran-Pakistan: मिसाइल अटैक के बाद पाकिस्तान में फिर हड़कंप, ईरानी फौज ने मार गिराए चार पाकिस्तानी
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Iran-Pakistan: मिसाइल अटैक के बाद पाकिस्तान में फिर हड़कंप, ईरानी फौज ने मार गिराए चार पाकिस्तानी

Iran-Pakistan Tension:  तेहरान ने जनवरी में पाकिस्तान बलूचिस्तान इलाके में ईरान ने मिसाइल हमले किए थे. इसके जवाब में पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान-ओ-बलूचिस्तान में मिसाइल और ड्रोन हमले किए.

Iran-Pakistan: मिसाइल अटैक के बाद पाकिस्तान में फिर हड़कंप, ईरानी फौज ने मार गिराए चार पाकिस्तानी

Four Pakistanis Killed By Iranian Forces: पाकिस्तान (Pakistan) के अशांत दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान (Balochistan) में मंगलवार देर रात को ईरानी सेना की तरफ से की गई गोलीबारी में चार पाकिस्तानी मारे गए और दो घायल हो गए. एडिशनल डिप्टी कमिश्नर उमर जमाली ने कनफर्म किया कि गोलीबारी पाकिस्तान-ईरान बॉर्डर के पास वाशुक जिले (Washuk District) में हुई. वाशुक के डिप्टी कमिश्नर नईम उमरानी ने कहा कि गोलीबारी के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जाएगी.

यह घटना दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने की प्रक्रिया को एक बार फिर पटरी से उतार सकती है. बता दें जनवरी में ईरान और पाकिस्तान के रिश्ते तब बेहद तनावपूर्ण हो गए थे. ऐसा लगने लगा था कि कहीं दोनों पड़ोसी जंग में न उलझ जाए.

जनवीर में ईरान-पाक ने एक दूसरे पर दागीं मिसाइलें
तनाव तब पैदा हुआ जब तेहरान ने पाकिस्तान बलूचिस्तान इलाके में ईरान ने मिसाइल हमले किए थे. इसके जवाब में पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान-ओ-बलूचिस्तान में मिसाइल और ड्रोन हमले किए.

ईरान और पाकिस्तान के बीच संबंधों में उतार-चढ़ाव का इतिहास रहा है, लेकिन जनवरी में मिसाइल हमले वर्षों में सबसे गंभीर घटनाएं थीं. पाकिस्तान ने तेहरान में अपने राजदूत को वापस बुला लिया. ईरानी राजदूत को इस्लामाबाद लौटने की अनुमति नहीं दी, साथ ही सभी उच्च-स्तरीय राजनयिक और व्यापारिक जुड़ाव रद्द कर दिए थे.

इस्लामाबाद ने कहा कि उसने अलगाववादी बलूच लिबरेशन फ्रंट और बलूच लिबरेशन आर्मी के ठिकानों पर हमला किया, जबकि तेहरान ने कहा कि उसने जैश अल अदल (JAA) ग्रुप के आतंकवादियों को निशाना बनाया.

रिश्तों को सामन्य बनाने की कोशिश
तनाव कम करने के लिए किए कोशिशों के चलते  दोनों देशों ने यह आश्वासन दिया कि वे एक-दूसरे की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करेंगे. दोनों ने सुरक्षा सहयोग बढ़ाने और राजदूतों से उनके पदों पर लौटने का अनुरोध किया.

ईरान के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (Ebrahim Raisi) ने अप्रैल में तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर पाकिस्तान का दौरा किया था. दोनों मुस्लिम पड़ोसी इस साल अभूतपूर्व तनाव के बाद संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. रईसी की यात्रा को इस्लामाबाद के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा गया था.

बता दें आतंकवादी ग्रुप पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान और ईरान के दक्षिण-पूर्वी सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में एक्टिव हैं. दोनों क्षेत्र अशांत, खनिज-समृद्ध और काफी हद तक अविकसित हैं.

(इनपुट - एजेंसी)

(Photo-Reuters)

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