Iran Cyber attack on Israel: ईरान और इजराइल के बीच तनाव नेक्स्ट लेवल पर है. इजराइल से खार खाए बैठे ईरान ने लेबनान में अपने मोहरों के पिटने के बाद ( Lebanon pager explosions) बीती रात मिडिल ईस्ट की बिसात में नई चाल चलते हुए नेतन्याहू को जोर का झटका धीरे से दिया है. चोरी छिपे लॉन्च ऑपरेशन से इजराइल सकते में है.
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Israel Iran tension latest: मिडिल ईस्ट जंग का वो मैदान है. जहां नए-नए तनाव और खतरे पैदा हो रहे हैं. यहां के युद्ध की बिसात में रोज नए चक्रव्यूह रचे जा रहे हैं. जंग की बाजी में ईरान तो कभी इजरायल और लेबनान से लेकर फिलिस्तीन तक एक एक करके सबके मोहरे पिट रहे हैं. हिजबुल्लाब को तो आईडीएफ ने ऐसी चोट दी है कि वो फिलहाल खामोश है. इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से खबर आई कि इजरायल पर बड़ा साइबर अटैक हुआ है. लोकल मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बीती रात करीब एक बजे अचानक एक साथ हजारों इजरायलियों के फोन बजने लगे. उन पर इमरजेंसी मैसेज दिखने लगा. तो वो दहशत में आ गए.
ईरान का हाथ
माना जा रहा है कि इस हमले के पीछे ईरान का हाथ है, जिसके हैकरों ने तेलअवीव के सिक्योरिटी कोड को डिकोड करते हुए उन्हें एक साथ डेंजर अलर्ट भेज दिया. जिससे इजरायल में दहशत फैल गई. इजरायली मीडिया ने बताया कि बुधवार देर रात देशभर के इजरायलियों को 'इमरजेंसी अलर्ट' में फर्जी मैसेज प्राप्त हुए. जिनमें उनसे कहा गया कि वे जहां हैं, वहां से चले जाएं और किसी सुरक्षित क्षेत्र में चले जाएं. संदेश के व्यापक रूप से प्रसारित होने के बाद KAN न्यूज़ ने बताया कि इस संभावना की जांच की जा रही है कि इसके पीछे ईरान का हाथ हो सकता है.
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हालांकि इजरायली सेना ने इमरजेंसी अलर्ट को फर्जी करार देते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा कोई संदेश नहीं भेजा. ये एक साइबर हमला हो सकता है. IDF के बयान में कहा गया है, 'आपातकाल घोषित करने वाला संदेश हमारी ओर से नहीं भेजा गया था. होम फ्रंट कमांड की रक्षा नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है.'
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