PF Balance Check: प्रोविडेंट फंड का बैलेंस चेक करना बेहद आसान है, लेकिन आप अगर UAN नंबर भूल गए हैं और आपको पीएफ चेक करना है तो ऐसा भी अब बड़ी आसानी से किया जा सकता है.
Trending Photos
PF Balance Check: हर कर्मचारी को पीएफ का बैलेंस चेक करना पड़ता है और इससे पता चलता है कि उनके अकाउंट में कितने पैसे मौजूद हैं. पीएफ यानी प्रोविडेंट फंड जो कि आपकी सैलरी से काटा जाता है और फिर कंपनी की तरफ से उसे अमाउंट में उतना ही सहयोग किया जाता है जो आपका पीएफ अकाउंट में जमा होता रहता है. आप UAN नंबर का इस्तेमाल करके जान सकते हैं कि आपका पीएफ फंड में कितना बैलेंस पड़ा हुआ है. हालांकि कई बार आप अपना UAN नंबर भूल जाते हैं ऐसे में आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप बड़ी ही आसानी के साथ अपना पीएफ बैलेंस जान सकते हैं और यह सारी डिटेल आपके मोबाइल पर एक एसएमएस के जरिए सामने आ जाती है. अगर आप भी इस तरीके के बारे में जानना चाहते हैं तो आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं.
SMS भेजकर पता कर सकते हैं PF अकाउंट फंड
जो कस्टमर्स अपने PF का फंड चेक करना चाहते हैं उन्हें 7738299899 नंबर टेक्स्ट मैसेज भेजना पड़ता है. इसके लिए, आपको कुछ स्टेप्स फॉलो करने पड़ते हैं जिनके बारे में यहां पर जानकारी दी गई है:
1.सबसे पहले आप अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 7738299899 नंबर पर मैसेज भेजें.
2.मैसेज में, "EPFOHO UAN" टाइप करें.
3.UAN नंबर के बाद, अपनी पसंदीदा भाषा के लिए भाषा कोड टाइप करें. उदाहरण के लिए, यदि आप हिंदी में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप "EPFOHO UAN ENG" टाइप करेंगे.
4.मैसेज भेजने के बाद, आपको अपने PF बैलेंस वाला SMS प्राप्त होगा. बस शर्त ये है कि आपका मोबाइल नंबर आपके PF अकाउंट के साथ रजिस्टर्ड होना चाहिए.
PF से को निकालने के लिए कर्मचारियों को कुछ शर्तों को पूरा करना होता है:
कर्मचारी की उम्र 58 साल होनी चाहिए.
कर्मचारी ने कम से कम 5 साल तक PF में योगदान दिया हो.
PF से निकासी के लिए कर्मचारी को ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं.
PF के लाभ निम्नलिखित हैं:
यह कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है.
PF में जमा राशि पर ब्याज भी मिलता है, जो कर्मचारी के रिटायरमेंट के बाद उसके लाभ को बढ़ाता है.
PF से निकासी के लिए कर्मचारियों को कम ब्याज दर पर लोन भी मिल सकता है.
PF एक महत्वपूर्ण बचत योजना है जो कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने में मदद करती है.