विराट कोहली का आउट होना भारत के लिए एक बड़ी परेशानी थी, जिसमें 69/1 के स्कोर से भारत ने जल्दी-जल्दी विकेट खो दिए. ऑस्ट्रेलिया ने गति का फायदा उठाया और गेंदबाजों ने परिस्थितियों का सही तरीके से फायदा उठाया, जिससे टीम की बल्लेबाजी की समस्या और गहरी हो गई.
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पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने विराट कोहली की ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर संघर्ष को उजागर किया है, जब दाएं हाथ का यह बल्लेबाज गुलाबी गेंद के टेस्ट में मिचेल स्टार्क की एक मुश्किल गेंद पर सिर्फ सात रन बनाकर आउट हो गया. कोहली का टेस्ट औसत 48 पर आ गया है, जो इस फॉर्मेट में उनके घटते प्रदर्शन को दर्शाता है.
कोहली को तीर की तरह चुभेगा मांजरेकर का ये कमेंट!
एडिलेड में 63 से अधिक औसत और 500 से अधिक रन के साथ उनके प्रभावशाली रिकॉर्ड के बावजूद, इस बार विराट कोहली बल्ले से अब तक सफल नहीं रहे. संजय मांजरेकर ने एक्स पर लिखा, 'विराट का औसत अब 48 पर आ गया है, इसका एक महत्वपूर्ण कारण ऑफ स्टंप के बाहर की उनकी दुर्भाग्यपूर्ण कमजोरी है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वह इसे टैकल करने के लिए कोई दूसरा तरीका नहीं आजमाते हैं.'
टीम इंडिया की खुल गई पोल
विराट कोहली का आउट होना भारत के लिए एक बड़ी परेशानी थी, जिसमें 69/1 के स्कोर से भारत ने जल्दी-जल्दी विकेट खो दिए. ऑस्ट्रेलिया ने गति का फायदा उठाया और गेंदबाजों ने परिस्थितियों का सही तरीके से फायदा उठाया, जिससे टीम की बल्लेबाजी की समस्या और गहरी हो गई. टीम इंडिया एडिलेड में जारी पिंक बॉल टेस्ट की पहली पारी में 180 रन पर ऑलआउट हो गई. भारत के लिए नितीश रेड्डी ने सबसे ज्यादा 42 रन बनाए जबकि केएल राहुल ने 37 रनों की पारी खेली. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मिचेल स्टार्क ने 6 विकेट हासिल किए हैं. वहीं, स्कॉट बोलैंड और पैट कमिंस को 2-2 विकेट मिले.
गावस्कर ने भी लगाई लताड़
इसके अलावा महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन पर निराशा जताते हुए कहा कि उन्हें गुलाबी गेंद से बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पहली पारी में 180 रन पर समेटने के बाद दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 86 रन बना लिए थे. गावस्कर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘उन्हें बल्लेबाजों को जितना हो सके उतना खेलने के लिए मजबूर करना होगा. आप बल्लेबाज को अधिक गेंद खेलने के लिए मजबूर कर सफलता हासिल कर सकते हैं.’
भारतीय गेंदबाजों ने गुलाबी गेंद का अच्छा उपयोग नहीं किया
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘आप कुछ गेंदें बाहर डालने के बाद अंदर आने वाली गेंद से उन्हें चकमा दे सकते हैं जैसा कि पर्थ टेस्ट में नाथन मैकस्वीनी और मार्नस लाबुशेन के साथ बुमराह ने किया था. भारतीय गेंदबाजों ने वास्तव में गुलाबी गेंद का उतना अच्छा उपयोग नहीं किया जितना उन्हें करना चाहिए था.’ ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस करने वाले बायें हाथ के तेज गेंदबाज स्टार्क को ‘गुलाबी गेंद का जादूगर’ करार दिया.
'स्टार्क गुलाबी गेंद के जादूगर'
स्टार्क ने 48 रन देकर छह विकेट लिए जिससे भारतीय टीम 180 रन पर आउट हो गई. हेडन ने कहा, ‘वह 40 ओवर के खेल के बाद भी गुलाबी गेंद को काफी स्विंग करने में सक्षम था. यह देखना शानदार था.’ उन्होंने कहा, ‘मैच शुरू होने से पहले सब कुछ भारतीय टीम के पक्ष में था. जीवन और खेल में वापसी करने के लिए एक कठिन स्थिति का सामना करना पड़ता है और मिशेल स्टार्क ने ऐसा उसी तरीके से किया जैसे वह कर सकते थे. वह गुलाबी गेंद का जादूगर है.’