पिंक बॉल से टेस्ट मैच खेलना बेहद मुश्किलों से भरा रहता है. खासतौर पर शाम के समय लाइट में पिंक बॉल ज्यादा स्विंग करती है. ऐसे में बल्लेबाजों को पिंक बॉल के खिलाफ शाम के समय बैटिंग करने में परेशानी आती है. ऑस्ट्रेलिया की टीम अभी तक कोई भी पिंक बॉल टेस्ट मैच नहीं हारी है.
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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच कल यानी शुक्रवार से एडिलेड ओवल के मैदान पर खेला जाएगा. यह डे-नाइट टेस्ट मैच होगा, जिसमें पिंक बॉल से खेलना होगा. यह मैच कल भारतीय समयानुसार सुबह 9:30 बजे से खेला जाएगा. भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना रखी है. पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराया था. पहले टेस्ट में जीत के बाद टीम इंडिया के हौसले बुलंद हैं. अब टीम इंडिया की नजरें एडिलेड में होने वाले डे नाइट टेस्ट मैच जीतने पर है.
बेहद मुश्किल होगा पिंक बॉल टेस्ट
पिंक बॉल से टेस्ट मैच खेलना बेहद मुश्किलों से भरा रहता है. खासतौर पर शाम के समय लाइट में पिंक बॉल ज्यादा स्विंग करती है. ऐसे में बल्लेबाजों को पिंक बॉल के खिलाफ शाम के समय बैटिंग करने में परेशानी आती है. ऑस्ट्रेलिया की टीम अभी तक कोई भी पिंक बॉल टेस्ट मैच नहीं हारी है. वहीं, टीम इंडिया को एडिलेड में होने वाले इस डे नाइट टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया से खतरनाक चुनौती का सामना करना पड़ेगा. पिंक बॉल दिन की रोशनी में अलग तरह से बर्ताव करती है, जबकि शाम के समय इस गेंद पर अलग ही धमाका देखने को मिलता है.
पिंक बॉल के खिलाफ बैटिंग बेहद मुश्किल
बता दें कि लाल गेंद की तुलना में गुलाबी गेंद अधिक स्विंग करती है. अंधेरा होने के बाद रात के समय फ्लडलाइट्स के नीचे पिंक बॉल का सामना करना बल्लेबाजों के लिए बहुत मुश्किल होता है. इसके अलावा लाल गेंद की तुलना में गुलाबी गेंद थोड़ी भारी होती है और इसकी सीम उभरी हुई होती है, जिससे ये ज्यादा स्विंग करती है. फ्लडलाइट्स के नीचे तो गुलाबी गेंद का अधिक जलवा देखने को मिलता है. ट्वाइलाइट अर्थात गौधूलि के दौरान एक ऐसा समय आता है, जब पिंक बॉल को देखना बिल्कुल भी आसान नहीं होता है.
बल्लेबाजों के आउट होने का भी सबसे ज्यादा खतरा
ट्वाइलाइट अर्थात गौधूलि वह समय होता है जब सूरज लगभग छिप चुका होता है, लेकिन रोशनी हल्की होती चली जाती है. स्टेडियम में उस दौरान फ्लडलाइट्स पूरी तरह नहीं जलती और कम होती रोशनी के कारण बल्लेबाजों को गेंद देखने में दिक्कत आती है. इस दौरान बल्लेबाजों के आउट होने का भी खतरा सबसे ज्यादा रहता है. बल्लेबाजों के लिए यह पिंक बॉल टेस्ट का सबसे डरावना पल होता है.
ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड बेहद खतरनाक
डे-नाइट टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड बेहद खतरनाक है. ऑस्ट्रेलिया कभी भी पिंक बॉल से खेला गया टेस्ट मैच नहीं हारा है. एडिलेड में पिछली बार जब टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिंक बॉल से टेस्ट मैच खेला था तब वह उस मुकाबले की दूसरी पारी में सिर्फ 36 रन पर ऑलआउट हो गई थी. कंगारुओं ने उस मैच में भारतीय टीम को 8 विकेट से मात दी थी.