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Vinayak Chaturthi Upay: सनातन धर्म में गणेश जी की पूजा का विशेष महत्व है. गणेश जी को शास्त्रों में प्रथम पूजनीय माना गया है. कहते हैं कि अगर किसी भी काम की शुरुआत गणेश जी के नाम से की जाए, तो उस कार्य में सफलता मिलती है. आज चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से भक्तों पर सदैव बप्पा की कृपा बनी रहती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश जी की कृपा पाने और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए गणेश मंत्रों का जाप करना विशेष फलदायी माना गया है.
विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का आरंभ 11 मई दोपहर 02 बजकर 50 मिनट पर होने जा रहे हैं और तिथि का समापन 12 मई दोपहर 02 बजकर 03 मिनट पर होगा. ऐस में 11 मई के दिन विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी. बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 57 मिनट से 01 बजकर 39 मिनट तक रहेगा.
इन मंत्रों का जाप से मिलेगा बप्पा का साथ
गणेश गायत्री मंत्र
ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः ।
द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः ॥
विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः ।
द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत् ॥
विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत् क्वचित् ।
गणेश बीज मंत्र
ऊँ गं गणपतये नमो नमः।
भगवान गणेश के मंत्र ऊँ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा ॥
ये चीजें करें अर्पित
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा में कुछ चीजें अर्पित करने से गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है. इस दिन पूजा के दौरान दूर्वा अर्पित करें. इससे भक्तों के सभी काम बनने लगते हैं. इसके अलावा, विनायक चतुर्थी पर गणपति को पांच इलायची और पांच लौंग के जोड़े अर्पित करें. इस उपाय को करने से व्यक्ति को सभी कार्य में सफलता मिलती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)