1995 Bollywood Worst Film: 44 साल से शाहरुख खान फिल्म इंडस्ट्री में राज कर रहे हैं. इतने सालों में शाहरुख खान ने ना केवल बॉलीवुड की बादशाहत हासिल की बल्कि फैंस का खूब प्यार भी मिला. जिसका सबूत बीते साल बैक टू बैक 3 हिट फिल्में देना है. जिनके नाम 'जवान', 'पठान' और 'डंकी' है. लेकिन आज हम आपको किंग खान की 1995 की उन दो फिल्मों के बारे में बताते हैं जो रिलीज एक साथ हुईं और दोनों मेकर्स को करोड़ों का चूना लगा दिया. ये दोनों इतनी बेकार फिल्में हैं कि कब आई और कब गई किसी को कानों कान खबर भी नहीं हुई.
ये दोनों फिल्में 11 अगस्त 1995 को थिएटर में रिलीज हुई थीं. लेकिन दोनों ही रिलीज होते ही मुंह के बल गिरी और बॉक्स ऑफिस पर दोनों को महाबकवास फिल्म का टैग मिल गया. ये दोनों फिल्में 'गुड्डू' और 'ओह डार्लिंग! ये इंडिया है'. दोनों में किंग खान लीड रोल में थे.
ये साल शाहरुख खान की जिंदगी में इतिहास रचने वाला था. जहां एक ओर शाहरुख ने बॉलीवुड की दो सबसे बड़ी फ्लॉप फिल्में दीं. वहीं, ठीक दो महीने बाद एक ऐसी फिल्म रिलीज हुई जिसने शाहरुख को हिंदी सिनेमाजगत का किंग बना दिया. ये फिल्म थी 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे'. ये मूवी भी 1995 में रिलीज हुई थी और तारीख थी 20 अक्टूबर. इस फिल्म के बाद किंग खान के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हुए.
अब बात करते हैं उन दो फिल्मों की जिसकी वजह से किंग खान ने मेकर्स को करोड़ों का नुकसान करवा दिया. पहली फिल्म है 'गुड्डू'. इस मूवी में शाहरुख के साथ दीप्ति नवल और मुकेश खन्ना थे. फिल्म का निर्देशन प्रेम एच लालवानी ने किया था. इस फिल्म का बजट करीबन 2 करोड़ था. लेकिन फिल्म महज 4.48 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन कर पाई थी. लिहाजा फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही. जिससे मेकर्स का काफी नुकसान हुआ.
शाहरुख खान को बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि एक ही दिन उन्हें दो-दो बुरी खबर मिलेगी. 'गुड्डू' तो धड़ाम हुई ही थी. इसी दिन साथ में 'ओह डॉर्लिंग! ये है इंडिया है' मूवी भी रिलीज हुई थी. इस मूवी में शाहरुख मेन किरदार में थे. इसके अलावा जावेद जाफरी. दीपा साही, अनुपम खेर और अमरीश पुरी थे. फिल्म का निर्देशन केतन मेहता ने किया था.
'ओह डार्लिंग! ये इंडिया है' फिल्म एक पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म थी. इसमें अमरीश पुरी डॉन के रोल में हैं. फिल्म में अनुपम खेर राष्ट्रपति के किरदार में हैं. अमरीश पुरी प्लानिंग करते हैं कि वो असली राष्ट्रपति की जगह नकली राष्ट्रपति को उसकी जगह रिप्लेस कर दें. ताकि नकली राष्ट्रपति को भारत को बेचने के लिए मजबूर किया जा सके.
ये फिल्म भी किसी के गले से नीचे नहीं उतरी. फिल्म का बजट 2.25 करोड़ था और ग्लोबली 3.21 करोड़ कलेक्ट किए. लिहाजा ये फिल्म बॉलीवुड की बकवास फिल्म बन गई. खास बात है कि शाहरुख खान की इन दोनों फिल्मों को IMDb ने भी खराब रेटिंग दी थी. 'गुड्डू' को 4.1 और 'ओह डॉर्लिंग! ये है इंडिया' को 4 रेटिंग मिली थी. इन दोनों फिल्मों को रिलीज हुए 29 साल हो चुके हैं.
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