इंडियन शख्स ने UAE में खरीदी अपने दो बच्चों के बर्थडेट वाले टिकट, जीत लिया 33 करोड़ रुपये का जैकपॉट
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इंडियन शख्स ने UAE में खरीदी अपने दो बच्चों के बर्थडेट वाले टिकट, जीत लिया 33 करोड़ रुपये का जैकपॉट

Trending: कहते हैं कि अगर किस्मत साथ हो तो दुनिया में कुछ भी संभव है. राजीव अरिक्कट्ट नाम के एक शख्स ने कुछ अनोखा काम किया, जिसके बारे में सुनकर लोगों को यकीन नहीं हो रहा. 

 

इंडियन शख्स ने UAE में खरीदी अपने दो बच्चों के बर्थडेट वाले टिकट, जीत लिया 33 करोड़ रुपये का जैकपॉट

UAE Jackpot: कहते हैं कि अगर किस्मत साथ हो तो दुनिया में कुछ भी संभव है. राजीव अरिक्कट्ट नाम के एक शख्स ने कुछ अनोखा काम किया, जिसके बारे में सुनकर लोगों को यकीन नहीं हो रहा. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रहने वाले राजीव ने बिग टिकट अबू धाबी साप्ताहिक ड्रा में 33 करोड़ रुपये जीतने वाले भाग्यशाली व्यक्ति बन गए हैं. यह जीत उनके लिए एक बड़ा आश्चर्य था, क्योंकि उन्हें यह प्राइजमनी एक मुफ्त टिकट के जरिए मिला, जिसमें उनके दो बच्चों के जन्मदिन भी शामिल थे. राजीव एक आर्किटेक्चरल कंपनी में काम करते हैं और अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों (5 और 8 साल की उम्र) के साथ अल ऐन में रहते हैं.

बर्थडेट वाली टिकट से जीत लिए 33 करोड़

पिछले 3 सालों से वे बिग टिकट ड्रॉ में भाग ले रहे थे और टिकट खरीद रहे थे. आखिरकार सपना तब पूरा हुआ, जब 260वें रैफल ड्रॉ में टिकट नंबर 037130 के साथ उन्होंने 33 करोड़ रुपए का जैकपॉट जीत लिया. यह जीत राजीव और उनके परिवार की लाइफ को बदलने वाला है.  अबू धाबी में रहने वाले राजीव ने बिग टिकट लॉटरी में 33 करोड़ रुपये जीते हैं. यह जीत उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा है. हैरानी की बात यह है कि राजीव अपनी जीत को 19 अन्य लोगों के साथ बांटने की योजना बना रहे हैं. उनका कहना है कि यह पैसा सिर्फ उनका नहीं है और उन्हें इसे उन लोगों के साथ साझा करना चाहिए जिन्होंने उनकी मदद की है.

कैसे खरीद लिए इतने सारे टिकट?

राजीव ने बताया, "बिग टिकट ने मुझे एक खास ऑफर दिया था, जिसमें मैंने दो टिकट खरीदने पर चार टिकट फ्री में ले लिए थे. मैं हमेशा जीतने की उम्मीद रखता था, लेकिन इस बार छह टिकट लॉटरी में होने से मेरे अरमान काफी बढ़ गए थे." जब शो के होस्ट रिचर्ड और बाउचरा ने उनसे संपर्क किया, तो विजेता के अनुसार वह बोल नहीं पाए. कई तरह की भावनाओं ने उन्हें अपने जज्बात को व्यक्त करना मुश्किल बना दिया. राजीव कई सालों से रिचर्ड की आवाज सुनते आ रहे थे और विजेताओं को किए जाने वाले फोन कॉल से भी परिचित थे, लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह खुद पहला पुरस्कार जीतेंगे.

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