Lok Sabha Chunav: अकाली दल 28 साल बाद करने जा रही ऐसा, BJP से गठबंधन टूटने के बाद लिया फैसला
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Lok Sabha Chunav: अकाली दल 28 साल बाद करने जा रही ऐसा, BJP से गठबंधन टूटने के बाद लिया फैसला

Lok Sabha 2024 : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से गठबंधन तोड़ने के बाद अकाली दल 1996 के बाद से पहली बार गुरदासपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रही है. 

 

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Chandigarh : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से गठबंधन तोड़ने के बाद अकाली दल 1996 के बाद से पहली बार पार्टी के चिह्न ‘तकड़ी’ या तराजू पर गुरदासपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रही है. वह इस सीट पर अपने पूर्व सहयोगी दल से मुकाबले के लिए तैयार है, जिसने कई मौकों पर यह सीट हासिल करने के लिए ‘स्टार पावर’ का इस्तेमाल किया है.

 

शिरोमणि अकाली दल ने 1996 में भाजपा के साथ हाथ मिलाया था. पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के लिए सीट बंटवारे की व्यवस्था के तहत भाजपा अमृतसर, गुरदासपुर और होशियारपुर से चुनाव लड़ती थी.

 

शिअद कृषि कानूनों को लेकर 2020 में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग हो गई थी. ये कानून अब निरस्त किए जा चुके हैं. सुखबीर सिंह बादल नीत शिअद ने इस सीट से पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और अनुभवी नेता दलजीत सिंह चीमा पर दांव लगाया है.

चीमा ने बताया, कि पार्टी द्वारा गुरदासपुर से अपना उम्मीदवार उतारे जाने से शिअद कार्यकर्ता उत्साहित हैं और पार्टी का चुनाव चिह्न ‘तकड़ी’ देखकर खुश हैं. इस चुनाव चिह्न से उन्हें भावनात्मक लगाव है.

 

भाजपा के उन्हें ‘‘बाहरी’’ बताने के आरोपों का खंडन करते हुए एमबीबीएस डॉक्टर चीमा ने कहा कि उनका जन्म श्री हरगोबिंदपुर में मारी बुचियां गांव में हुआ और उन्होंने गांव के ही स्कूल में पढ़ाई की. चीमा ने कहा कि उन्होंने गुरदासपुर में श्री हरगोबिंदपुर विधानसभा सीट से 2002 में पहली बार चुनाव लड़ा था.

भाजपा बॉलीवुड अभिनेता जैसे कि विनोद खन्ना और सनी देओल को प्रत्याशी बनाकर यह सीट जीतती रही है. बताया जा रहा है, कि इस बार उसने स्थानीय नेता और पूर्व विधायक दिनेश सिंह बब्बू को उम्मीदवार बनाया है.

भाजपा ने 26 मार्च को घोषणा की थी कि वह पंजाब में अकेले चुनाव लड़ेगी. चीमा ने कहा कि भाजपा इस निर्वाचन क्षेत्र में ‘‘नकारात्मकता’’ का सामना कर रही है जहां से वह फिल्मी सितारों को उतारती रही है.

 

भाजपा के 1998 में इस सीट से बॉलीवुड स्टार विनोद खन्ना को उतारने से पहले गुरदासपुर लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ थी. 2017 में खन्ना के निधन के बाद कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने 2017 का उपचुनाव जीता था. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सनी देओल को प्रत्याशी बनाया था और उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की थी.

आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरदासपुर सीट से बटाला के विधायक अमनशेर सिंह कलसी को प्रत्याशी बनाया है जबकि कांग्रेस ने अभी अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है. पंजाब में 13 लोकसभा सीट के लिए एक जून को मतदान होगा.

 

 

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