Radish For Diabetes: डायबिटीज के मरीजों के लिए हर मौसम में खुद की सेहत को मेंटेन रखना किसी चैलेंज से कम नहीं है, विंटर सीजन में कई ऐसी फल और सब्जियां आती हैं जिसे खाने से पहले इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि कहीं इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई तो नहीं है, अगर ऐसा हुआ तो ब्लड शुगर लेवल स्पाइक होने का खतरा बढ़ जाएगा. विंटर सीजन में मधुमेह के रोगियों के लिए मूली किसी राहत से कम नहीं है, आइए जानते हैं कि शुगर पेशेंट को इसका सेवन क्यों करना चाहिए.
मूली को विटामिन सी के रिच सोर्सेस में गिना जाता है, साथ ही अगर इसे रोजाना खाया जाए तो शरीर को, फाइबर, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, मैंगनीज और एंटीऑक्सीडेंट्स मिलते हैं जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद हैं.
मूली में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) काफी कम होता है, साथ ही इसमें कैलोरी न के बराबर पाई जाती है. इसमें फाइबर भी होता है, यही कारण है कि मूली खाने से ब्लड शुगर लेवल कम हो जाता है.
मूली में कई बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं तो जो ग्लूकोज होमियोस्टेसिस और एडिपोनेक्टिन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं, यही कारण है कि मधुमेह के रोगियों को इसे खाने की सलाह दी जाती है.
डायबिटीज के मरीजों को दिल की बीमारियों का खतरा भी काफी ज्यादा होता है, ऐसे में अगर शुगर पेशेंट रोजाना मूली खाएं तो हार्ट अटैक, कोरोनरी आर्टरी डिजीज और ट्रिपल वेसल डिजीज जैसी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
मूली को आमतौर पर कच्चा ही खाया जाता है, लेकिन अगर आप इसे काटकर खीरा, प्याज , टमाटर, नींबू और काला नमक के साथ मिलाकर सलाद बना लें तो टेस्ट में कई गुणा इजाफा हो जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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