Who is Dilip Saikia: बीजेपी ने असम में अपने नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर दिलीप सैकिया के नाम पर दांव लगाया है. आइए जानते हैं कौन हैं दिलीप सैकिया, क्या है उनका इतिहास, इससे असम में बीजेपी को क्या मिलेगा फायदा.
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Dilip Saikia to be BJP new president in Assam: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने असम में अपने संगठन को और मजबूत करने के लिए दिलीप सैकिया को अपना नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है. यह नियुक्ति राज्य की आगामी राजनीतिक रणनीतियों और संगठन को नई दिशा देने की दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है. लोकसभा सदस्य दिलीप सैकिया शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की असम इकाई के नये अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हुए. इस चुनाव के निर्वाचन अधिकारी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सैकिया को आधिकारिक नियुक्ति पत्र सौंपा.
अध्यक्ष निर्विरोध हुए घोषित
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा एवं निवर्तमान प्रदेश पार्टी अध्यक्ष भावेश कालिता मौजूद थे. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और दारांग-उदालगुरी निर्वाचन क्षेत्र (पहले यह मंगलदाई नाम से जाना जाता था) के दूसरी बार के सांसद सैकिया प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद के लिए एकमात्र प्रत्याशी थे. उन्होंने गुरुवार शाम को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. उनके लिए 20 प्रस्तावक और समर्थक थे जिनमें निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष कालिता, मुख्यमंत्री शर्मा और असम विधानसभा के उपाध्यक्ष नुमोल मोमिन शामिल थे. हरीश द्विवेदी, संबित पात्रा और सुनील बंसल जैसे शीर्ष केंद्रीय नेताओं ने चुनाव प्रक्रिया की देखरेख की तथा शीर्ष पद के लिए सर्वसम्मत उम्मीदवार तय करने के लिए राज्य नेतृत्व के साथ विचार-विमर्श किया.
कौन हैं दिलीप सैकिया?
दिलीप सैकिया असम के एक जाने-माने राजनेता हैं, जो लंबे समय से बीजेपी से जुड़े हुए हैं. उन्होंने ग्रासरूट स्तर से पार्टी के लिए काम करते हुए अपनी पहचान बनाई है. सैकिया असम के नलबाड़ी जिले से आते हैं और वे छात्र राजनीति के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े. यहां से उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ. सैकिया ने बीजेपी में अपनी कार्यकुशलता और संगठनात्मक क्षमताओं से खुद को साबित किया. वे असम के युवा नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
2019 में पहली बार बने सांसद
सैकिया 2019 में पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. दिलीप सैकिया को असम बीजेपी की कमान ऐसे समय सौंपी गई है जब राज्य में पार्टी को मजबूत जनाधार की आवश्यकता है. उन्होंने पार्टी के लिए कई महत्वपूर्ण अभियानों और चुनावी रणनीतियों में नेतृत्व किया है. उनकी सादगी और जमीनी जुड़ाव उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाता है.
बेदाग रहा है राजनीतिक सफर
दिलीप सैकिया का राजनीति में इतिहास स्पष्ट और बेदाग रहा है. वे संगठन के प्रति निष्ठावान और विचारधारा के प्रति समर्पित माने जाते हैं. असम में बीजेपी के लिए नई चुनौतियों के बीच उनकी नियुक्ति यह बताती है कि पार्टी उन पर भरोसा करती है और राज्य में अपनी स्थिति को और मजबूत करने की योजना बना रही है. सैकिया की नियुक्ति से पार्टी को युवा और ऊर्जावान नेतृत्व देखने को मिल सकता है. यह देखना दिलचस्प होगा कि वे आगामी चुनावों में बीजेपी की स्थिति को कैसे मजबूत करते हैं और पार्टी की नीतियों को किस तरह से लागू करते हैं. इनपुट भाषा से भी