Tiranga Yatra 2022: प्रयागराज में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नेतृत्व में तिरंगा यात्रा निकाली गई. वह स्कूटी चलाकर चंद्रशेखर आजाद पार्क पहुंचीं, चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इसके बाद 16 शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया.
Trending Photos
मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नेतृत्व में संगम नगरी में शनिवार को तिरंगा यात्रा निकाली गई. वह अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क से स्कूटी चलाती हुई सुभाष चौराहे पर पहुंचीं. तिरंगा यात्रा में केंद्रीय मंत्री के साथ स्कूटी पर बड़ी तादाद में महिलाओं ने हिस्सा लिया. सभी देशभक्ति के रंग में रंगी हुई नजर आईं. भारत माता की जयघोष से पूरा वातावरण गूंज रहा था.
इस दौरान शहर के सभी चौराहों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. तिरंगा यात्रा को लेकर सभी में बड़ा उत्साह देखने को मिला. जिन मार्गों से तिरंगा यात्रा निकली, दोनों ओर शहरवासियों ने यात्रा में शामिल लोगों का स्वागत किया. वहीं, स्मृति ईरानी को देखने वालों की भी भीड़ रही.
स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित
केंद्रीय मंत्री ने प्रयागराज में आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया. स्मृति ईरानी स्कूटी चलाकर शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क पहुंचीं, वहां सबसे पहले चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उन्होंने 16 शहीदों के परिजनों के साथ ही स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों को भी सम्मानित किया.
ये समय देशवासियों के लिए अमृत काल से कम नहींः स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, "आज आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. यह हम सभी देशवासियों के लिए अमृत काल से कम नहीं है." उन्होंने कहा, "आजादी दिलाने में जिन शहीदों ने योगदान दिया है, उनकी कुर्बानियों को आज याद करने का दिन है. हम उनके बताए गए रास्ते पर चलने का संकल्प लें. जिन परिवारों ने देश की आजादी में कुर्बानी दी है, उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का भी दिन है. हमें देश के लिए शहादत देने वाले शहीदों के परिजनों के प्रति भी आदर का भाव रखना चाहिए."
बेटी लक्ष्मी बाई और बेटा भगत सिंह जैसा होः स्मृति ईरानी
शहीद चंद्रशेखर आजाद में केंद्रीय मंत्री ने कहा' "इस तिरंगे के लिए न सिर्फ बलिदान दिए गए हैं, बल्कि भारत और भी सशक्त हो उसका भी प्रयास किया गया. हमारे शहीदों ने मौत को गले लगाया, लेकिन भारत मां को धोखा नहीं दिया. उन्होंने चंद्रशेखर आजाद के बलिदान को याद किया. स्मृति ईरानी ने कहा, "कोख में बेटी हो तो लक्ष्मी बाई जैसी हो, बेटा हो तो भगत सिंह या चंद्रशेखर आजाद जैसा हो."
"Azadi Ka Amrit Mahotsav: 78 लोगों की भीड़ बदल गई हजारों में, चंद सेकंडों में गांधी जी ने तोड़ा था अंग्रेजों का 'सफेद कानून'...