Jewar Airport: जेवर एयरपोर्ट परियोजना के तीसरे और चौथे चरण की अधिग्रहीत की जाने वाली 2053 हेक्टेयर जमीन की सोशल इंपैक्ट असेसमेंट की रिपोर्ट को मंजूरी मिली. इस चरण में 6 गांवों के करीब इतने लोग विस्थापित होंगे.
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Airport news: उत्तरप्रदेश के नोएडा इंटरनेशनल जेवर एयरपोर्ट परियोजना के लिए तीसरे और चौथे चरण की 2053 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया है. जिसमें करीब 1888 हेक्टेयर जमीन किसानों की है और 165 हेक्टेयर जमीन सरकारी है. अधिग्रहण में लगभग में 6300 करोड़ रूपए खर्च होने का अनुमान है. अधिग्रहण के लिए सशोल असेसमेंट किया गया है. इस काम को गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने किया है.
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के डॉ. विवेक कुमार मिश्रा ने अगुवाई में यह रिपोर्ट तैयार की गई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने विशेषज्ञ समूह की बैठक में चेयरपरसन डॉ. राकेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता की हुई. इस बैठक में रिपोर्ट के सभी बिंदुओं पर चर्चा की गई है और इस रिपोर्ट को शासन को भी भेजा जाएगा. शासन के मुहर लगने के बाद में अगामी कार्रवाई भी कि जाएगी.
तीसरे और चौथे चरण में 14 गांवों की जमीन को खरीदा जाना है. जिसमें करीब 12 हजार परिवार प्रभावित होंगे. जबकि 8600 परिवारों को विस्थापित होना पड़ा. यह विस्थापन थोरा, रामनेर, नीमका शाहजहांपुर, किशोरपुर, ख्वाजपुर और बनवारीवास में होना है.
एसआईओ के अफसर डॉ विवेक कुमार मिश्रा ने बताया है कि नोएडा जेवर एयरपोर्ट परियोजना के लिए तीसरे और चौथे चरण की अधिग्रहित होने वाली 2053 हेक्टेयर जमीन के लिए सशोल इंपैक्ट असेसमेंट पूरा हो गया है. इस रिपोर्ट में विशेषज्ञ समूह की बैठक भी रखी गई. जिसकी मंजूरी भी मिल गई.
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