Nath Sampradaya Akhara: नाथ संप्रदाय का अखाड़ा महाकुंभ का ऐसा अकेला अखाड़ा है, जो शाही स्नान नहीं करता है. नाथ अखाड़े के साधु-संत बताते हैं कि शाही स्नान में स्नान करने के विवाद को देखते हुए उनके अखाड़े ने कुंभ में शाही स्नान करना बंद कर दिया. आइए जानते हैं क्या है खास सीएम योगी के इस अखाड़े में...
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Nath Sampradaya Akhara: यूपी महाकुंभ के लिए बिलकुल तैयार है. प्रयागराज में 13 जनवरी महकुंभ का आयोजन होने जा रहा है. इस महाकुंभ में देश के 13 प्रमुख अखाड़े और उनके साधु संत भी शामिल होंगे. महाकुम्भ क्षेत्र में सनातन धर्म के ध्वज वाहक अखाड़ों के प्रवेश का सिलसिला जारी है. महाकुंभ हो और अखाड़े न हो ऐसा हो नहीं सकता. महाकुंभ की शुरुआत अखाड़ों के स्नान के साथ ही होती है. अखाड़ों की सीरीज में हम बात करते हैं नाथ संप्रदाय अखाड़े के बारे में. नाथ संप्रदाय का अखाड़ा महाकुंभ का ऐसा अकेला अखाड़ा है, जो शाही स्नान नहीं करता है. खास बात है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इस अखाड़े से आते हैं. आइए जानते हैं इस अखाड़े के बारे में..
सीएम योगी का नाथ संप्रदाय अखाड़े से ताल्लुक
प्रयागराज महाकुंभ में सनातन धर्म के 13 अखाड़ों के वैभव से अलग कुंभ क्षेत्र में एक और वीवीआईपी अखाड़ा है और इसका नाम हैं नाथ अखाड़ा. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी नाथ संप्रदाय से ताल्लुक रखते हैं. महाकुंभ के सेक्टर-18 में ओल्ड जीटी मार्ग पर तैयार हो रहे इस अखाड़े को बसाने का काम दिन-रात हो रहा है. नाथ अखाड़ा 600×400 के रकबे में बसाया जा रहा है.
अखाड़ों के बीचों-बीच सीएम योगी का अखाड़ा
साधुओं के नाथ सम्प्रदाय से आने वाले योगी आदित्यनाथ इसी अखाड़े में रुकेंगे. नाथ सम्प्रदाय के अखाड़ों को तैयार करने की तैयारी तेज है. मेला क्षेत्र अखाड़ों के बीचों-बीच तैयार किया जा रहा है. हाई टेक 70 कॉटेज बनाये जा रहे है. ये सभी सुविधाओं से लैस है.नाथ सम्प्रदाय के अखाड़े में बड़े बड़े डोम बनकर तैयार हैं जिनमें नाथ साधुओ की मीटिंग होगी.
वाटर प्रूफ जर्मन हैंगर
अखाड़े के अंदर चार विशाल वाटर प्रूफ जर्मन हैंगर लग गए हैं, जिसमें अलग-अलग तरह की गतिविधियां होंगी. जानकारी के मुताबिक एक हैंगर में नाथ संप्रदाय के संतों के प्रवचन होंगे तो दूसरे हैंगर में संप्रदाय के अनुयायियों को जगह मिलेगी. तीसरे हैंगर में एक बड़ी रसोई बन रही है. चौथे और आखिरी हैंगर में सीएम योगी खुद आएंगे और उनका मंत्रिमंडल भी यहां मौजूद रह सकता है.
शाही स्नान नहीं करेगा नाथ संप्रदाय अखाड़ा
शाही स्नान में स्नान करने की इस चकाचौंध से नाथ संप्रदाय ने अपने आप को अलग रख रखा है. सनातन धर्म के 13 अखाड़ों में तो पहले स्नान करने के विवाद में हजारों साधु मारे भी जा चुके हैं. इसलिए इस अखाड़े ने कुंभ शाही स्नान से अपने को दूर रखा है.अखाड़े के साधु-संत बताते हैं कि नाथ संप्रदाय के लिए उसकी साधना सर्वोपरि है. इसलिए वह वैभव और शाही स्नान में स्नान की परंपरा से अपने को अलग रखते हैं. नाथ संप्रदाय अखाड़ा ने घोषणा की है कि वह आगामी कुंभ मेले में शाही स्नान नहीं करेगा. यह अखाड़ा कुंभ मेले में शाही स्नान की परंपरा को तोड़ने वाला पहला अखाड़ा होगा. नाथ संप्रदाय अखाड़े के महंत ने कहा है कि अखाड़ा शाही स्नान की परंपरा को तोड़ रहा है क्योंकि यह परंपरा अब अपना महत्व खो चुकी है. उन्होंने कहा कि अखाड़ा अब अपना ध्यान अध्यात्मिक और सामाजिक कार्यों पर केंद्रित करेगा. यह घोषणा कुंभ मेले की परंपराओं में एक बड़े बदलाव का संकेत माना जा रहा है. शाही स्नान की परंपरा कुंभ मेले का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है, और इसके बिना मेले की रौनक कम हो सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UPUK इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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