Haldwani Violence: उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार को उस समय हिंसा भड़क गई. जब नगर निगम अवैध मस्जिद और मदरसा पर कार्रवाई करने पहुंचा था. हालात इतने खराब हो गए हैं कि दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. हल्द्वानी में अवैध निर्माण पर कार्रवाई करना प्रशासन को भारी पड़ेगा, इसकी जानकारी तो खुद नगर निगम के कर्मचारियों को भी नहीं होगा.
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Haldwani News: उत्तराखंड पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा के मास्टर माइंड को चिह्नित कर लिया है. मास्टर माइंड की पहचान अब्दुल मलिक के रूप में हुई है. अब्दुल मलिक द्वारा ही सरकारी भूमि पर कब्जे की बात कही जा रही है. अब अब्दुल मलिक पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है. अब्दुल मलिक का नाम जमीनों की खरीद फरोख्त में भी शामिल रहा है. जिला प्रशासन अब्दुल मलिक पर NSA की भी कार्रवाई कर सकता है. अब्दुल मलिक को अतीक अहमद जैसा बड़ा भूमाफिया बताया जा रहा है. उसके ऊपर कई मुकदमे भी दर्ज हैं. उधर, पुलिस ने सीसीटीवी और वीडियो फुटेज के आधार पर सैकड़ों लोगों की पहचान की है. करीब पांच हजार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. पांच लोगों के मरने की पुष्टि हुई है.
ऐसे भड़की थी हल्द्वानी में हिंसा
दरअसल, उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार को उस समय हिंसा भड़क गई. जब नगर निगम अवैध मस्जिद और मदरसा पर कार्रवाई करने पहुंचा था. हालात इतने खराब हो गए हैं कि दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. हल्द्वानी में अवैध निर्माण पर कार्रवाई करना प्रशासन को भारी पड़ेगा. इसकी जानकारी तो खुद नगर निगम के कर्मचारियों को भी नहीं होगा. वह नहीं जानते थे कि अवैध निर्माण पर बुलडोजर कार्रवाई का जवाब उन्हें पत्थरबाजी से मिलेगा. प्रशासन ने बुलडोजर से अवैध निर्माण को तो तोड़ दिया लेकिन इसके बाद हल्द्वानी का माहौल जिस तरह से खराब हुआ. वो हैरान करने वाला है.
कांग्रेस ने पूरे मामले में सरकार पर उठाए सवाल
उधर, हल्द्वानी बवाल मामले में कांग्रेस ने सत्ताधारी बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस ने कहा कि इस मामले में प्रशासन की भूमिका संदिग्ध है. LIU, इंटेलिजेंस पूरी तरह हुई फेल हो गई. एक अधिकारी की भूमिका भड़काने वाली है. सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने पूछा, प्रशासन ने शाम को यह ACTION क्यों लिया? क्या इसकी पहले से तैयारी नहीं थी. मॉडर्न तकनीक का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया.
सीएम धामी से मिलेंगे कांग्रेस नेता
आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा कि प्रशासन की तैयारियों में चूक हुई. इस मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराई जानी चाहिए. कौमी दंगों से कभी हमें फायदा नहीं होता. एक्शन से पहले क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों को विश्वास में नहीं लिया गया. जो लोग घायल हुए हैं जो नुकसान हुआ है. उसकी भरपाई की जानी चाहिए. कांग्रेस के नेता शनिवार को मुख्यमंत्री धामी से मिलेंगे.
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