‘श्रीकृष्ण जाट थे’ मथुरा के नंदगांव में घरों की दीवारों पर ये कौन लिखवा रहा?
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‘श्रीकृष्ण जाट थे’ मथुरा के नंदगांव में घरों की दीवारों पर ये कौन लिखवा रहा?

Krishna Caste: वैसे आप गूगल पर सर्च करेंगे, किसी धर्म के जानकार से पूछेंगे तो पता चलेगा कि श्रीकृष्ण यदुवंशी थे लेकिन इन दिनों मथुरा में भगवान की जाति पर नया विवाद पैदा हो गया है. किसी ने दीवारों पर लिखवा दिया तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया. जाति वाली टिप्पणी को मिटवाकर अब उसकी तलाश हो रही है.

‘श्रीकृष्ण जाट थे’ मथुरा के नंदगांव में घरों की दीवारों पर ये कौन लिखवा रहा?

मथुरा जिले में एक शख्स नंदगांव के बाजार और आम घरों की दीवारों पर ‘नंदगांव का इतिहास’ शीर्षक से जगह-जगह भगवान श्रीकृष्ण की जाति ‘जाट’ लिखवा रहा है. उसके ऐसा करने पर विरोध शुरू हो गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए उप जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर पंचायत की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक भगवन श्रीकृष्ण को यदुवंशी माना जाता है, लेकिन पिछले दिनों किसी ने दीवारों पर कुछ और ही लिखवा दिया.

‘नंदगांव का इतिहास’ शीर्षक से कई चीजें लिखवाई गई और उसमें भगवान श्रीकृष्ण को ‘जाट' जाति से संबंधित बताया गया. पुलिस के मुताबिक जगह-जगह 'नंदगांव का इतिहास' शीर्षक से लिखवाए गए वक्तव्य के अंत में कुंवर सिंह नाम और एक फोन नंबर दर्ज था. लोगों ने जब उस नंबर पर फोन कर संपर्क करना चाहा, तो या तो वह नंबर बंद मिला, या फिर घंटी गई तो किसी ने फोन ही नहीं उठाया.

उप जिलाधिकारी श्वेता सिंह के निर्देश पर नगर पंचायत के लिपिक रामजीत ने कथित कुंवर सिंह के खिलाफ भगवान श्रीकृष्ण के बारे गलत जानकारी देने तथा लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के संबंध में मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है.

बरसाना थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अरविंद कुमार निर्वाल ने बताया कि नगर पंचायत के लिपिक की तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी की तलाश की जा रही है. उन्होंने कहा कि अभी उक्त व्यक्ति की पहचान एवं उसके ठिकाने आदि की कोई जानकारी नहीं मिली है. उसके द्वारा प्रसारित फोन नंबर भी बंद आ रहा है. निर्वाल ने बताया कि अब दूरसंचार कंपनी से उक्त फोन नंबर के लिए जमा कराए गए दस्तावेजों के आधार पर आरोपी की पहचान करने की कोशिश की जाएगी. एसएचओ ने बताया कि वैसे नगर पंचायत द्वारा सभी स्थानों से उक्त टिप्पणी मिटवा दी गई है. (भाषा)

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