सरकार जनता को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए करोड़ों रूपए खर्च कर रही, लेकिन नाथड़ी के लोग फिर भी हैं वंचित
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1735188

सरकार जनता को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए करोड़ों रूपए खर्च कर रही, लेकिन नाथड़ी के लोग फिर भी हैं वंचित

स्टेट हाइवे 117 पर स्थित ग्राम पंचायत नाथड़ी के लोगों को पेयजल संकट का सामना कर रहें हैं, करीब 1 से 2 किमी दूर ग्राम पंचायत के सामने की साइड जलदाय विभाग द्वारा बीसलपुर पेयजल लाइन से निकाले गए 4 कनेक्शन पाइपों से पानी भरने के लिए निकल पड़ती हैं.

सरकार जनता को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए करोड़ों रूपए खर्च कर रही, लेकिन नाथड़ी के लोग फिर भी हैं वंचित

Tonk news: केन्द्र और राज्य सरकार जनता को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए करोड़ों रूपए खर्च कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर स्टेट हाइवे 117 पर स्थित ग्राम पंचायत नाथड़ी के लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा हैं. सुबह उठते ही महिलाओं का सारा काम छोड़कर पानी की चिंता सताने लगती है. ग्रामीण महिलाएं सुबह 6.00 से 8.00 बजे तक अपने घरों से करीब 1 से 2 किमी दूर ग्राम पंचायत के सामने की साइड जलदाय विभाग द्वारा बीसलपुर पेयजल लाइन से निकाले गए 4 कनेक्शन पाइपों से पानी भरने के लिए निकल पड़ती हैं. महिलाओं के साथ बच्चे भी पानी भरने के लिए पहुंचते हैं. नाथड़ी गांव से चौराहा तथा कनेक्शनों पर महिलाओं द्वारा बाल्टियों, बर्तनों में पानी लेकर आने-जाने की रेलमपेल लगी रहती हैं. ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि हर घर जल से नल तो दूर नाथड़ी के ग्रामीणों को पीने के लिए पानी के लिए प्रतिदिन 1 से 2 किमी की दौड़ लगानी पड़ती है. महिलाएं सिर पर एक-दो बाल्टी, हाथों में बाल्टी लटकाएं लंबी दूरी तय करती हैं. महिलाओं ने बताया कि यह व्यवस्था भी गत दिनों प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर में की गई शिकायत के बाद शुरु की गई हैं, अन्यथा ग्रामीण पानी की बूंद बूंद तक को तरस रहे थे.

महिलाओं ने नेताओं को कोसा
पानी भर रही महिलाओं के बीच पहुंचकर बात करने पर हरबाई, फोरन्ता, धोली देवी ने जमकर सरकार व नेताओं को कोसा. महिलाओं ने कहा कि नेता वोट के समय तो घर-घर आते हैं लेकिन साढ़े चार साल में कोई उनकी समस्या को जानने नहीं पहुंचा हैं. कई बार सरपंच, उपखंड अधिकारी, जिला प्रशासन, विधायक को ज्ञापन देकर समस्या के समाधान की मांग भी की लेकिन कोई निदान नहीं हुआ हैं. महिलाओं ने बताया कि ऐसे में मजबूरी हो गई जो घर से दूर रोजाना पानी लेने जाना पड़ता है. क्योंकि पानी की प्यास बुझानी है तो दूरी कोई मायने नहीं रखती....सुबह उठते ही सारा काम छोड़कर पानी की चिंता सताती है.
पेयजल प्वाइंटों में नहीं आता पानी

नाथड़ी में बीसलपुर पेयजल परियोजना के प्वांइट भी लगे हुए है लेकिन उनमें पानी नहीं टपकता है. जानकारी के अनुसार पेयजल योजना में समितियों द्वारा भुगतान जमा नहीं करवाया गया हैं जिसके चलते विभाग ने प्वाइंटों में पानी बंद कर रख था. वहीं वर्तमान में पेयजल को लेकर कोई चार्ज नहीं है लेकिन जब तक पुराना भुगतान जमा नहीं होता हैं विभाग प्वाइंटों में पानी सप्लाई नहीं करेगा. साथ ही सड़क निर्माण के दौरान विभाग की लाइन भी क्षतिग्रस्त हो रखी हैं. ऐसे में पेयजल योजना के प्वाइंटों में पानी की सप्लाई भी आसान नहीं हैं.

घर का पुत कुंवारा डोले...
ग्राम पंचायत मुख्यालय नाथड़ी पर बीसलपुर पेयजल परियोजना की पानी की टंकी बनी हुई हैं लेकिन जहां से मुख्यालय के अलावा पास के गांवों ढूंढिया, मवासीपुरा में पानी की सप्लाई हो रही हैं. ऐसे में घर का पूत कुंवार डोले की कहावत चरितार्थ हो रही हैं.
इनका कहना है

Trending news