श्रीगंगानगर: अनूपगढ़ में सैकड़ों की संख्या में किसान जबरदस्ती घुसे तहसील में, इस बात को लेकर किसानों ने डाला डेरा
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श्रीगंगानगर: अनूपगढ़ में सैकड़ों की संख्या में किसान जबरदस्ती घुसे तहसील में, इस बात को लेकर किसानों ने डाला डेरा

Sriganganagar News: अनूपगढ़ क्षेत्र में शीतलहर के कारण खराब फसलों की एवज में मुआवजे की मांग को लेकर आज सैकड़ों की संख्या में किसान तहसील में पहुंचे, मगर मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं होने के कारण किसान आक्रोशित हो गए.जबरदस्ती तहसील में घुस गए. 

श्रीगंगानगर: अनूपगढ़ में सैकड़ों की संख्या में किसान जबरदस्ती घुसे तहसील में, इस बात को लेकर किसानों ने डाला डेरा

Sriganganagar News: श्रीगंगानगर के अनूपगढ़ क्षेत्र में मौके पर किसान पहुंचे. इस दौरान पुलिस जाब्ता भी किसानों को रोकने में असफल रहा. किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन के द्वारा खराब फसलों का सर्वे नहीं करवाया जा रहा.पटवारी घर बैठ कर ही खराब फसलों के सर्वे की रिपोर्ट भेज रहे हैं ,जो कि बिल्कुल गलत रिपोर्ट है. किसानों ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि प्रशासन जानबूझकर फसलों के कम खराब होने की रिपोर्ट भेज रहा है.

बता दें कि अखिल भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में काफी संख्या में किसान खराब फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर ज्ञापन देने के लिए तहसील में गए थे. मगर वहां मौके पर कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था.

किसानों के द्वारा कर्मचारियों से और पुलिस अधिकारियों से अपील की गई कि मौके पर अधिकारियों को बुलाया जाए. मगर काफी इंतजार करने के बाद भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचा. काफी इंतजार करने के बाद भी जब कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा तो किसान आक्रोशित हो गए.

आक्रोशित किसान नारेबाजी करते हुए जबरदस्ती तहसील में घुस गए और तहसीलदार के कार्यालय में डेरा लगाकर बैठ गए. प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों ने आरोप लगाया है कि क्षेत्र में प्रशासन के द्वारा खराब फसलों की रिपोर्ट गलत भेजी जा रही है. प्रशासन की ओर से 10 से 25% खराब फसलों के सर्वे की रिपोर्ट भेजी जा रही है, जबकि क्षेत्र में 60 से 80% तक कि किसानों की फसल खराब हुई है. किसानों ने आरोप लगाया है कि पटवारी घर बैठ कर ही सर्वे की रिपोर्ट तैयार कर रहा है जो कि बिल्कुल गलत है.

पुलिस जाब्ता रहा मौजूद
किसानों के द्वारा आज तहसील में प्रदर्शन किए जाने के दौरान पुलिस जाब्ता भी मौके पर मौजूद रहा मगर जब किसान आक्रोशित हो गया तो पुलिस जाब्ता भी किसानों को तहसील के अंदर घुसने से नहीं रोक पाया. किसान पुलिस जवानों को पीछे हटाते हुए तहसील कार्यालय में घुस गए और तहसीलदार के ऑफिस में बैठकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

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