Rajasthan News: सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ शुक्रवार को नीमकाथाना जिले के खेतड़ी नगर में स्थित रवां गांव पहुंचे. यहां उन्होंने दिवंगत एसआई और नेशनल चैंपियन पुष्पेंद्र अवाना के परिवार से मुलाकात की. साथ ही उनको खोने का दुख भी जताया.
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Neem Ka Thana News: राजस्थान के सैनिक कल्याण मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ आज खेतड़ी के रवां गांव पहुंचे, जहां पर उन्होंने राजस्थान पुलिस में एसआई और एथेलेटिक्स के नेशनल चैंपियन पुष्पेंद्र अवाना के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर वे पुष्पेंद्र अवाना के परिजनों से मिले, तो सभी भावुक हो गए. इसके बाद उन्होंने खेतड़ी की स्कूल में सेना का एक कोर्स शुरू कराने की बात कही.
सैनिक परिवारों के लिए शुरू होगा कैटीन
कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि बहुत कम उम्र में पुष्पेंद्र अवाना का निधन हो गया, जिसका दुख न केवल परिवार को, बल्कि पूरे राजस्थान को है. उन्होंने इस मौके पर कहा कि वे चाहते है कि पुष्पेंद्र अवाना के जीवन से आने वाली पीढ़ी प्रेरणा लें. इसलिए खेतड़ी की स्कूल में सेना का एक कोर्स शुरू करवाएंगे. इस कोर्स के जरिए नौजवान सेना और पुलिस की तैयारी कर सकेगा. इस मौके पर उन्होंने खेतड़ी में पूर्व सैनिक और सैनिक परिवारों के लिए कैटीन शुरू करवाने का भरोसा दिलाया. उन्होंने बताया कि इलाके के पूर्व सैनिकों के साथ-साथ विधायक इंजीनियर धर्मपाल गुर्जर ने इस मांग को रखा है. इसके बाद उन्होंने सेना के अधिकारियों से भी बात की है. हर संभव कोशिश करके कैंटीन खुलवाई जाएगी.
एथलेटिक्स गेम में नेशनल चैंपियन थे पुष्पेंद्र अवाना
आपको बता दें कि राजस्थान पुलिस के सब इंस्पेक्टर पुष्पेंद्र अवाना का 5 फरवरी को हृदय गति रुकने से निधन हो गया था. पुष्पेंद्र अवाना एथलेटिक्स गेम में नेशनल चैंपियन थे तथा खेलकोटे से ही राजस्थान पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर डेढ़ साल पहले ही भर्ती हुए थे. वर्तमान में पुष्पेंद्र अवाना जयपुर में कार्यरत थे तथा 30 दिसंबर को स्पेशल ट्रेनिंग के लिए हिसार में चल रही पुलिस मीट में शामिल होने के लिए गए थे, जहां 5 फरवरी की सुबह दौड़ करने के बाद वह अपने कमरे पर चले गए. इसके बाद अचानक सीने में दर्द होने के साथ वह बेहोश हो गए और उनकी मौत हो गई. मृतक पुष्पेंद्र सिंह के बड़े भाई विजेंद्र सिंह भी भारतीय सेना में सेवानिवृत होकर वर्तमान में रेलवे में कार्यरत है. पुष्पेंद्र सिंह अविवाहित थे तथा पिता नागरमल खेती करते हैं. वे 800 मीटर एथलेटिक्स दौड़ के टॉप प्लेयरों में शामिल थे जो वर्तमान में एशियाई गेम्स की तैयारी भी कर रहे थे.
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