दरगाहों एवं मठों से नफरत नहीं आपसी भाईचारे की आवाज निकलती है- सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती
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दरगाहों एवं मठों से नफरत नहीं आपसी भाईचारे की आवाज निकलती है- सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती

Fatehpur News: फतेहपुर में जैन भवन में संतों और सूफी के सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस दौरान कई संत और सूफी शामिल हुए. 

दरगाहों एवं मठों से नफरत नहीं आपसी भाईचारे की आवाज निकलती है- सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती

Fatehpur News, Sikar: राजस्थान के फतेहपुर सीकरिया चौराहे के समीप स्थित जैन भवन में संतों और सूफी के सम्मेलन का आयोजन किया गया. आयोजित सम्मेलन में कई संतो-पीरों ने शिरकत की. इस दौरान विधायक सहित कई जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे. 

फतेहपुर के सीकरिया चौराहे के समीप स्थित जैन भवन में आयोजित अंतरधार्मिक सम्मेलन संतों और सूफी के सम्मेलन का आयोजन किया गया. सूफी एवं सतों के सम्मेलन का आयोजन ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल की वूमन विंग राजस्थान की जनरल सचिव नफीसा नसीर ने बताया कि अंतरधार्मिक सम्मेलन में संत गोपेशाचार्य महाराज, संत वागेश गुरुजी, पीर गुलाम जिलानी, पीर सैयद अमजद हुसैन, पीरजादा गुलाम नजमी फारुकी, सैयद नसरुद्दीन चिश्ती अजमेर आदि धर्मावल्बियों ने धार्मिक सम्मेलन में शिरकत की. दोनों ही संप्रदायों के धर्मगुरुओं ने सांप्रदायिक सौहार्द, आपसी सद्भावना एवं भाईचारे तथा देश में गंगा जमुना तहजीब को बचाने और एक साथ रहकर रहने की अपील की. 

आयोजित अंतरधार्मिक सममेलन के मुख्य वक्ता एआईएसएससी चेयरमैन सैय्यद नसीरुद्दीन चिस्ती अजमेर ने अपने उदबोधन में कहा कि देश में मठों एवं दरगाहों में हमेशा से ही मोहब्बत की आवाज निकली है और आपसी भाईचारे का पैगाम दिया है. उन्होंने कहा कि आज देश में प्रचलन हो गया है कि मैं बड़ा, मेरा धर्म बड़ा है, तू गलत है जबकि सबसे बड़ा हमारा देश है, भारत हिंदुस्तान हमारी पहचान है. उन्होने कहा कि आज आम आदमी के मन में नफरत के बीज बोए जा रहे हैं. 

सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने  देश के तमाम धर्मगुरुओं से अपील की कि उन्हे अपने मठों और दरगाहों से बाहर आ कर देश में अमन-शांति और भाईचारे और मोहब्बत के पैगाम आम आदमी तक पहुंचाने की अपील की. उन्होंने कहा कि आज लोग संवैधानिक अधिकारों की बात करते हैं, लेकिन वे संवैधानिक कर्तव्यों की बात भूल जाते हैं. हमे देश ने क्या दिया, इसकी बात करते हैं, लेकिन हमने देश को क्या दिया, यह हम भूल जाते हैं, यह देश भी हमसे कुछ मांगता है. 

उन्होंने सोशल मीडिया को सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए कहा कि आज सोशल मिडिया से धर्म के बारे में फेक न्यूज चलाई जा रही हैं और इसमें युवा उसके चुंगल में फंस रहा है. सोशल मीडिया पर लगाम भी बहुत जरूरी है . साथ-साथ युवाओं को समझाइश करना भी हम सब की जिम्मेदारी बनती है.  

उन्होंने  धर्म के नाम पर  सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वालों को समाज और देश का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए आमजन से आग्रह किया कि वे एैसे लोगों को सड़क पर ला कर बेनकाब करें. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि देश में आपसी भाईचारा खत्म हुआ तो हमारी इकॉनोमी खत्म हो जाएगा और देश के बच्चों के भविष्य खत्म हो जाएगा और यह इश्यू हिंदू मुस्लिम दोनों को समान रुप से प्रभावित करता है. उन्होने आग्रह करते हुए कहा कि अगर अपना भाई भी देश तोड़ने की बात करता है, वह देश के खिलाफ काम करता है तो वह अपना भी दुश्मन है. 

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इस मौके पर विधायक हाकम अली खां,गोपेशाचार्य महाराज ने भी अंतरधार्मिक सम्मेलन में विचार व्यक्त किए. इस दौरान पालिकाध्यक्ष मुस्ताक नजमी, पूर्व पालिकाध्यक्ष गफूर खां, पूना प्रवासी महबूब देवड़ा, कोली पोद्दार, गोपी चोटिया, पार्षद भुनेश भोजक, आमीन लहरा, पालिका उपाध्यक्ष प्रतिनिधि अजय रिणवा, सुरेश टीडा, एडवोकेट इक्तदार नजमी, शहर काजी गुलाम मुर्तजा अशरफी, अब्दुल सतार खां परिहार, पार्षद रफीक भाटी, असगर ठेकेदार, पार्षद आबिद अली परिहार, पार्षद सलाम, पूर्व पार्षद अहमद सहित अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित थे. 

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