राजसमंद: लंपी से गोवंश के बचाव के लिए बनाए गए आइसोलेशन सेंटर, अधिकारियों को दिए गए निर्देश
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राजसमंद: लंपी से गोवंश के बचाव के लिए बनाए गए आइसोलेशन सेंटर, अधिकारियों को दिए गए निर्देश

राजसमंद कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने जिले के रेलमगरा उपखंड में ब्लाक स्तरीय लंपी रोग से संबंधी बैठक ली और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. 

राजसमंद: लंपी से गोवंश के बचाव के लिए बनाए गए आइसोलेशन सेंटर, अधिकारियों को दिए गए निर्देश

Rajsamand: राजस्थान के राजसमंद कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने जिले के रेलमगरा उपखंड में ब्लाक स्तरीय लंपी रोग से संबंधी बैठक ली और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने इस अवसर पर ब्लाक के बारे में विस्तार से जानकारी ली और गोवंश के लिए साफ सफाई , दवाई , रोग ग्रस्त गोवंश को आइसोलेशन सेंटर, इलाज के बारे में विस्तार से निर्देश दिए.

इस अवसर पर उन्होंने उन्नत खेती के तहत स्थानीय किसान के यहा फसल का जायजा लिया और उनसे इस बारे में चर्चा की. बता दें कि कलेक्टर ने कुरज लंपी रोग के बारे में रोग से ग्रसित गायों का निरीक्षण कर उनके इलाज के बारे में जानकारी लेकर उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. इस अवसर पर उपखंड अधिकारी, मनसुख डामोर, तहसीलदार, अभिनव शर्मा , विकास अधिकारी, मनोज डोषी, नोडल पशु चिकित्सा अधिकारी धर्मेश भारद्वाज आदि मौजूद रहे. 

वहीं, राजसमंद में बढ़ रहे लंपी वायरस संक्रमण से स्वस्थ गोवंश के बचाव और पीड़ित गायों के बेहतर इलाज हेतु पंचायत समिति राजसमंद की ग्राम पंचायतों में आइसोलेशन सेंटर प्रारंभ कर दिए गए हैं. 

विकास अधिकारी नीता पारीक ने बताया कि कलेक्टर नीलाभ सक्सेना की प्रेरणा एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्साह चौधरी और उपखंड अधिकारी डॉ दिनेश राय सापेला के मार्गदर्शन से ग्राम पंचायतों में आइसोलेशन सेंटर प्रारंभ किए गए हैं. 

इस अवसर पर आज सान्गठ ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि सेंटर पर छाया पानी और चिकित्सा की पर्याप्त व्यवस्था की गए हैं. नियमित चिकित्सा हेतु पशुचिकित्सा कर्मी को प्रभारी बनाया गया है. साथ ही, ग्राम पंचायत से भी देखरेख के लिए स्टाफ लगाया गया है. इसमें कोई भी पशुपालक ओर गौसेवक संक्रमित गोवंश को ठीक होने तक रख सकते हैं. 

बता दें कि पशुपालकों द्वारा संक्रमित पशुओं को खुले में चरने हेतु छोड़ने और शाम को वापस बाड़े में शामिल बांधने से संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है इसलिए प्रशासन की इस पहल और चिकित्सा विभाग के निर्देशों की यदि पशुपालक पालना करेंगे तो हम स्वस्थ गोवंश ओर मवेशियों को संक्रमण से बचा पाएंगे. 

सहायक विकास अधिकारी राजेश जोशी ने बताया कि पंचायत समिति राजसमन्द में अब तक 4000 दवाई किट भी ड़ोर टू डोर वितरण किए गए हैं. साथ ही, 15000 से अधिक परिवारों और 42,000 से अधिक गोवंश का सर्वे भी पंचायत राज एंव महिला एवं बाल विकास की टीम द्वारा किया जा चुका है और प्रत्येक संक्रमित पशु हेतु जिला प्रशासन द्वारा दवाईयां पहुंचाई जा चुकी है और मृत गोवंश का विधिसम्मत निस्तारण भी कराया जा रहा है. 

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