Rajasthan Politics: प्रदेश में पांच विधायकों के सांसद बनने बाद झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर और चौरासी सीटों पर उपचुनाव होने हैं. कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने भी अपनी तैयारियां जोरों से शुरू कर दी है.
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Rajasthan Politics: प्रदेश में पांच सीटों पर होने वाले उपचुनावों में जीत भाजपा के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. पांचों सीटों पर चुनावी रणनीति के तहत दिनभर अलग अलग रायशुमारी की गई. इसके बाद शाम को प्रदेश पदाधिकारियों के साथ गहन मंथन किया गया. हालांकि इतनी मशक्कत के बाद भी अभी तक कोई परिणाम नहीं निकला है.
प्रदेश में पांच विधायकों के सांसद बनने बाद झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर और चौरासी सीटों पर उपचुनाव होने हैं. कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने भी अपनी तैयारियां जोरों से शुरू कर दी है.
पांचों सीटों पर उपचुनाव की रणनीति बनाने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर ने दिनभर अलग अलग रूप से बैठक लेकर सीटों पर मौजूदा समीकरण के साथ ही अन्य प्रमुख मुद्दों को लेकर रायशुमारी की. बैठक में संबंधित विधानसभा क्षेत्र से पूर्व प्रत्याशी, क्षेत्र के पार्टी नेता और प्रमुख लोगों को बुलाया गया था.
इनसे क्षेत्र में पार्टी की स्थिति के साथ ही योजनाओं की पहुंच तथा नेताओं की छवि को लेकर भी बातचीत की गई. बैठक में प्रभारी मंत्रियों को भी बुलाया गया था, ऐसे में सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत तथा नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा भी बैठक में पहुंचे.
इन बातों को लेकर ली गई रायशुमारी
बताया जा रहा है कि बैठक में उपचुनाव को लेकर संभावित प्रत्याशी के नामों के साथ ही ग्राउंड लेवल पर उसकी स्थिति और उसकी पैठ सहित पार्टी तथा सरकार की योजनाओं को लेकर जनता की राय के बारे में पूछताछ की गई. इसके साथ ही उपचुनाव में सीट जीतने की संभावनाओं पर भी सुझाव लिए गए. हालत यह थी कि करीब सात घंटे से ज्यादा समय तक पांचों सीटों को लेकर चर्चा की गई.
प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक
पांचों विधानसभा सीटों की रायशुमारी के बाद भाजपा प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई. बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश सह प्रभारी विजय राहटकर की मौजूदगी में प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए.
पदाधिकारियों को पांच सीटों पर आए सुझावों के साथ वहां के सोशल समीकरणों को लेकर मंथन किया गया. इसके बाद कुछ पदाधिकारियों को उपचुनाव के लिए अलग अलग जिम्मेदारी देने की बात पर भी चर्चा हुई. करीब दो घंटे से ज्यादा समय तक प्रदेश पदाधिकारियों की यह बैठक चली.
दावा पांचों सीट जीतने का, लेकिन कैसे पर चुप्पी ?
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी सहित मंत्री और पदाधिकारी उपचुनाव में पांचों सीट जीतने का दावा कर रहे हैं, लेकिन कैसे इस पर चुप्पी साधे हुए हैं. हालांकि केंद्र और राज्य में भाजपा की डबल इंजन सरकार के सहारे जीत का दावा कर रहे हैं.
प्रदेश अध्यक्ष जोशी ने कहा कि चुनाव छोटा हो या बड़ा हर चुनाव को महत्वपूर्ण मानना चाहिए. उपचुनाव में कांग्रेस का ट्रैक रिकार्ड बेहतर रहा हो, वहां लगातार कांग्रेस में जीती हो लेकिन इस बार हम जीतेंगे. प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर ने कहा कि कोई भी चुनाव हो हर राजनीतिक दल की मजबूती का एहसास कराता है . पांच विधानसभा उपचुनाव में पार्टी मजबूती के साथ जाएगी. भाजपा सभी पांचों सीटों पर जीत का परचम फहराएगी.
कैबीनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि प्रदेश कार्यालय में उपचुनाव के संबंध में बैठक की गई है. प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में 5 सीटों पर मंथन किया गया.इन सीटों पर मजबूत प्रत्याशी को उतरेंगे . जनता के विश्वास को जीत सके ऐसे प्रत्याशी होंगे. विपक्ष कांग्रेस को लेकर कहा कि राजनीतिक दल अपने-अपने हर जीत की गणित लगता है, हमें अपना काम करना है .
भाजपा कार्यकर्ता मेहनत करेंगे. भाजपा और केंद्र सरकार की जो लोकल योजना हैं उनका लाभ मिला है और आगे भी पहुंच जाएंगे . राजस्थान आगे से बढ़ सके इन पांचो की सीटों के बारे में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी .
मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि पांचो विधानसभा सीट को लेकर पार्टी में बात को मुख्यालय में बैठक है. भाजपा का अच्छा प्रदर्शन रहेगा, पांच सीटों विपक्ष के पास थी, लेकिन अब भाजपा चुनाव में जीतेगी . हर बार चुनाव में अलग अलग प्रदर्शन होता है.
2018 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस आई थी सौ सीटों के आसपास पहुंचे थे लेकिन 4 महीने बाद ही लोकसभा चुनाव हुए 25 की 25 सीटें भाजपा ने जीती थी. हमें विश्वास है डबल इंजन की सरकार से जनता का भाजपा पर भरोसा बढ़ा है.
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