Nawan: सांभर लेक एरिया में प्रवासी पक्षियों की आवक शुरू, प्रवासी पक्षियों का किया गया सर्वे
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Nawan: सांभर लेक एरिया में प्रवासी पक्षियों की आवक शुरू, प्रवासी पक्षियों का किया गया सर्वे

नावां सिटी उपखण्ड  मुख्यालय कस्बे से सटी एशिया सबसे बड़ी खारे पानी की लवणीय सांभर झील में आने वाले अनेक प्रजातियों के पक्षियों सुरक्षा की लिहाज से वन विभाग, पशुपालन विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों की ओर से करीब 30 किलोमीटर तक सर्वे किया गया. 

Nawan: सांभर लेक एरिया में प्रवासी पक्षियों की आवक शुरू, प्रवासी पक्षियों का किया गया सर्वे

Nawan: सर्दी के मौसम की शुरूआत के साथ ही सांभर लेक एरिया में प्रवासी पक्षियों की आवक शुरू हो गई है जिसके चलते वन, पशुपालन व राजस्व विभाग के अधिकारियों की रही मौजूदगी में सांभर लवणीय झील में प्रवासी पक्षियों का सर्वे किया गया है.

नावां सिटी उपखण्ड  मुख्यालय कस्बे से सटी एशिया सबसे बड़ी खारे पानी की लवणीय सांभर झील में आने वाले अनेक प्रजातियों के पक्षियों सुरक्षा की लिहाज से वन विभाग, पशुपालन विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों की ओर से करीब 30 किलोमीटर तक सर्वे किया गया. उक्त विभागों के अधिकारियों की ओर से टीम में पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक क्षेत्र डॉ उम्मेद सिंह, तहसीलदार सांभर हरि सिंह राव, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉक्टर पदमचंद कानखेड़िया व डॉक्टर विकास शर्मा, वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी फुलेरा राज सिंह शेखावत, भूअभिलेख निरीक्षक धन्राराम मीणा व वनपाल जोबनेर श्याम शर्मा  की ओर से निरीक्षण के दौरान झील का हर क्षेत्र खंगाला गया.

जांच पड़ताल में पाया गया कि वर्तमान में प्रवासी पक्षियों को किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है. इसके अलावा सर्वे टीम में शामिल उपरोक्त सभी अधिकारियों की ओर से सांभर झील क्षेत्र के  नलियासर, रतन तालाब, झपोक बांध, शाकंभरी माता मंदिर, नगर पालिका सांभर के डंपिंग यार्ड, काचरोदा नर्सरी का भी गहराई से निरीक्षण कर आगामी कार्रवाई के लिए उचित निर्णय लिए.

बताया गया कि झील क्षेत्र में कोई मृत पक्षी व मवेशी नहीं मिला है और ना ही कोई बीमार पक्षी पाया गया है. यह भी बताया गया कि इस संबंध में कचरोदा नर्सरी में पशुपालन विभाग द्वारा लगाए गए अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा किसी बीमार प्रवासी व मृत पक्षी की सूचना नहीं दी गई है. नर्सरी में स्थाई रूप से रेस्क्यू सेंटर पहले से ही संचालित किया हुआ है. एहतियात के तौर पर  झील क्षेत्र में पर्यवेक्षक एवं निरीक्षण करने हेतु एक टीम का गठन किए जाने का प्रस्ताव उच्च अधिकारियों के पास भिजवाया जा रहा है.

इसके तहत राज्य स्तरीय निगरानी दल में उपनिदेशक पशु रोग नियंत्रण, उपनिदेशक पशुपालन विभाग, उपनिदेशक पॉलीक्लिनिक कुचामन सिटी, उपनिदेशक पोल्ट्री लेब इसी प्रकार नोडल क्षेत्र फुलेरा हेतु गठित दल में विभिन्न विभागों की टीम में 10 अधिकारियों को  शामिल किए जाने का भी प्रस्ताव मंजूरी के लिए  उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा.

फिलहाल सर्वे टीम में शामिल अधिकारियों की ओर निर्देश प्रदान किए गए की पशु चिकित्सा अधिकारी के सुपर विजन में आसपास मृत पाये जाने वाले पशुओं का वैज्ञानिक विधि से निस्तारण किया जाए तथा स्थानीय प्रशासन, नगर पालिका वन विभाग निकटतम स्थानीय ग्राम पंचायत का सहयोग व समन्वय के साथ कार्य को भली भांति से अंजाम दिया जाए.

Reporter- Hanuman Tanwar

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