Rajasthan Lok Sabha Election Result 2024: चार जून की लोकसभा चुनाव की मतगणना की तारीख नजदीक आने के साथ ही निर्वाचन विभाग ने भी तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं.राजस्थान की 25 संसदीय सीटों के लिए दो चरणों में हुए मतदान के बाद 4 जून को मतगणना होगी.
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Rajasthan Lok Sabha Election Result 2024: राजस्थान में 19 और 26 अप्रैल को हुए मतदान के बाद अब चार जून को होने वाली लोकसभा चुनाव की मतगणना के लिए सभी तैयारियां हो चुकी हैं. त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था और गर्मी में कूलिंग के इंतजामों के बीच 2 हजार 713 टेबल्स पर कुल 4 हजार 33 राउंड में ईवीएम के मतों की गणना के साथ 266 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा.
पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी और सीसीटीवी की पैनी निगरानी रहेगी.मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के मुताबिक राज्य के 25 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 29 केंद्रों पर मतगणना होगी.मतगणना स्थल पर चरणबद्ध ट्रेंड और रुझान टीवी स्क्रीन पर भी जारी होंगे.
चार जून की लोकसभा चुनाव की मतगणना की तारीख नजदीक आने के साथ ही निर्वाचन विभाग ने भी तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं.राजस्थान की 25 संसदीय सीटों के लिए दो चरणों में हुए मतदान के बाद 4 जून को मतगणना होगी.जिसमें 266 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा. प्रदेश में 25 संसदीय सीटों की मतगणना की तैयारियों को लेकर भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने वीडियोकॉन्फ्रेंस के माध्यम से समीक्षा की.
उन्होंने राज्य के सभी 25 लोकसभा क्षेत्रों और बागीदौरा विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव के लिए 4 जून को होने वाली मतगणना के संबंध में मतगणना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था और मतगणना कार्य के लिए आवश्यक संसाधनों की तैयारियों पर संतोष जताया. बैठक में निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधू ने कहा कि मतदान की तरह मतगणना के दौरान भी भारत निर्वाचन आयोग के सभी दिशा निर्देशों की पालना करनी है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बैठक में बताया कि मतगणना कार्मिकों को ट्रेनिंग भी दी जा चुकी हैं. मतगणना टेबल्स के लिए करीब 3,550 माइक्रो ऑब्जर्वर और 1,200 से अधिक सहायक रिटर्निंग अधिकारी (एआरओ) नियुक्त किए गए हैं.सभी रिटर्निंग अधिकारियों और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को 17 मई को राज्य स्तरीय पर और 24 मई को जिला स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा चुका है.
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कुल 56 मतगणना पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं.भीषण गर्मी को देखते हुए सभी राज्य के सभी 29 मतगणना केन्द्रों पर कूलिंग की समुचित व्यवस्था और पूरे मतगणना स्थल पर बिजली की निर्बाध आपूर्ति रहेगी.मतगणना कार्मिकों और काउंटिंग एजेंट्स की सुविधा के लिए प्रत्येक मतगणना कक्ष में शीतल पेयजल, मेडिकल किट तथा कूलर की व्यवस्था की जाएगी. सभी मतगणना केन्द्रों पर मीडिया सेंटर में मीडियाकर्मियों के लिए भी व्यवस्था की जाएगी.
मतगणना को लेकर निर्वाचन विभाग की तैयारी
1:::::25 लोकसभा क्षेत्रों में कुल 29 मतगणना केंद्र होंगे. जोधपुर लोकसभा क्षेत्र, नागौर लोकसभा क्षेत्र, करौली- धौलपुर लोकसभा क्षेत्र, गंगानगर लोकसभा क्षेत्र में दो-दो मतगणना केंद्र पर काउंटिंग.
2::::प्रदेश में ईवीएम के माध्यम से डाले गए मतों की 4,033 राउंड में पूरी होगी. सबसे कम 20 राउंड टोंक-सवाई माधोपुर और सबसे अधिक 28 राउंड राजसमंद लोकसभा क्षेत्र में होंगे.
3:::::मतगणना के लिए कुल 235 कक्ष होंगे, जबकि पोस्टल बैलट के लिए 62 कक्ष होंगे. ईवीएम के मतों की गणना के लिए 2,713 टेबल्स और पोस्टल बैलेट और ईटीबीपीएस से डाले गए मतों की गणना के लिए 800 टेबल्स पर होगी.
4:::::मतगणना टेबल्स के लिए कुल 3550 माइक्रो ऑब्जर्वर, 1200 से ज्यादा एआरओ नियुक्त किए गए हैं. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कुल 56 मतगणना पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं.
5:::::मतगणना स्थल पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेगी . केवल अधिकृत पास-धारक व्यक्ति ही प्रवेश कर सकेंगे. मतगणना कर्मियों का रेण्डमाईजेशन त्रिस्तरीय होगा.
6:::::मतगणना केंद्र में सुरक्षा मापदंडों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं. मतगणना का दिन ड्राई डे रहेगा.
7:::::ईवीएम की मतगणना टेबल पर काउंटिंग सुपरवाइजर, काउंटिंग असिस्टेंट, काउंटिंग स्टाफ और एक माइक्रो ऑब्जर्वर रहेगा. ईवीएम, पोस्टल बैलेट की टेबल पर अभ्यर्थी के काउंटिंग एजेंट भी रहेंगे.
8:::::सबसे पहले पोस्टल बैलेट की मतगणना शुरू होगी. पोस्टल बैलेट की मतगणना के आधे घण्टे बाद सुबह 8.30 बजे ईवीएम से मतगणना प्रारंभ होगी. प्रत्येक राउंड पूरा होने पर नियमानुसार उस राउंड के परिणाम की घोषणा की जाएगी और दूसरे राउंड की गिनती प्रारंभ होगी.
9::::: निर्वाचन आयोग के मोबाइल एप वोटर हेल्पलाइन एप पर भी मतगणना के रूझान एवं परिणाम उपलब्ध रहेंगे. मतगणना स्थल पर चरणबद्ध ट्रेंड और रुझान टीवी स्क्रीन पर भी जारी होंगे.
10:::::मतगणना हॉल के बाहर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती रहेगी और किसी भी व्यक्ति को बिना अनुमति के कमरे में प्रवेश करने या छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी. मतगणना के पश्चात विजय जुलूस, हर्ष फायरिंग, डीजे वाहन का प्रयोग, वाहन रैली आदि जैसे आयोजनों पर रोक रहेगी.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि मतगणना स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे. सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षकों को मतगणना केंद्र में सुरक्षा मापदंडों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी मतगणना स्थलों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होगी. सुरक्षा घेरे का पहला स्तर मतगणना परिसर और परिसर के चारों ओर 100 मीटर की परिधि से शुरू होगी.
उन्होंने कहा कि द्वितीय स्तर और मध्य घेरा मतगणना परिसर के गेट पर होगा. इसका संचालन सशस्त्र पुलिस द्वारा किया जाएगा. तीसरा स्तर और सबसे भीतरी घेरा मतगणना हॉल के दरवाजे पर होगा. इसका जिम्मा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के पास होगा. रिटर्निंग अधिकारी किसी भी राजनीतिक व्यक्ति, मंत्री या वरिष्ठ अधिकारी से निर्देश प्राप्त नहीं करेंगे और ना ही किसी तरह का पक्षपात करेंगे.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि मतगणना स्थल में प्रवेश के लिए वैध प्राधिकार-पत्र होने के बावजूद यदि आरओ को मतगणना हॉल में किसी व्यक्ति की उपस्थिति के बारे में उचित संदेह है, तो वह उसकी तलाशी ले सकेगा. मतगणना से पहले सभी सीयू, वीवीपैट मशीनों और संबंधित दस्तावेजों को स्ट्रॉन्ग रूम से लेकर काउंटिंग हॉल तक लाने और मतगणना पश्चात वापस स्ट्रॉन्ग रूम तक ले जाने की कार्रवाई की निर्बाध सीसीटीवी कवरेज सुनिश्चित की जाएगी.इस अवधि की सीसीटीवी कवरेज उम्मीदवार अथवा उनके एजेंट मतगणना हॉल में टीवी, मॉनिटर पर देख सकेंगे.
उन्होंने कहा कि काउंटिंग हॉल में संपूर्ण मतगणना प्रक्रिया की 360 डिग्री सीसीटीवी कैमरा या वीडियोग्राफी से कवरेज की जाएगी. गुप्ता ने बताया कि अब तक पोस्टल बैलेट के माध्यम से कुल 3,72,179 मत डाले गए हैं. होम वोटिंग के तहत 85 वर्ष से अधिक वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग तथा आवश्यक सेवाओं से जुड़े मतदाताओं द्वार कुल 75,554 और चुनाव ड्यूटी में कार्यरत कार्मिकों द्वारा कुल 2,26,470 मत डाले गए हैं. भारत सेवा मतदाता निर्वाचन आयोग के इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट मैनेजमेंट सिस्टम (इटीपीबीएमएस) के द्वारा अब तक 70 हजार से अधिक मत डाले गए हैं.
4 जून को सुबह आठ बजे से पहले संबंधित आरओ को प्राप्त होने वाले ईटीबीपी को मतगणना में शामिल किया जा सकेगा. ईटीपीबीएमएस की प्री-काउंटिंग के लिए 35 कक्ष बनाए गए हैं और 469 टेबल्स लगाई जाएंगी. झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र के लिए सर्वाधिक 84, अलवर के लिए 56, सीकर के लिए 53 और जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र के लिए 48 टेबल्स लगाई जाएंगी.
बहरहाल, अनुमान, दावों और अटकलों के बाद 4 जून को परिणाम की बारी हैं. 19 और 26 अप्रैल को ईवीएम में बंद जनता का जनमत बाहर आने के साथ ही प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों के 266 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा. तपती गर्मी में 62.10 फीसदी मतदाताओं ने अपनी सरकार चुनी है. इसी को लेकर राजनीतिक दलों के प्रत्याशी इसे अपने अपने पक्ष में मान रहे हैं, लेकिन परिणाम आने पर ही तस्वीर साफ होगी.