हिण्डौन में शहरी पुनर्गठित जल योजना और अमृत योजना के तहत करोड़ों रुपए के कार्य होने के बाद भी शहर के लोगों को पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. जिसको लेकर आए दिन प्रदर्शन हो रहे हैं.
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Hindaun : हिण्डौन में शहरी पुनर्गठित जल योजना और अमृत योजना के तहत करोड़ों रुपए के कार्य होने के बाद भी शहर के लोगों को पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. जिसको लेकर आए दिन प्रदर्शन हो रहे हैं.
हिण्डौन के वर्धमान नगर में आमजन ने चंदा एकत्रित कर खरीदी गई जमीन पर बनी पानी की टंकी पांच साल से सूखी पड़ी है. इससे इलाके के वार्ड नंबर 1 से 6 तक की करीब 35 हजार से अधिक आबादी को नलों से पानी नहीं मिल पा रहा है. भीषण गर्मी में लोगों को हो रही पेयजल किल्लत से नाराज लोगों ने पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन किया. सूचना पर जलदाय विभाग के अभियंता पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और जल्द पेयजल समस्या का समाधान कर लोगों को टंकी से नीचे उतारा.
वर्धमान नगर इलाके के लोगों ने बताया कि करीब 5 साल पहले हिण्डौन में शहरी पुनर्गठित जल योजना से घर-घर नलों से पानी मिलने में उम्मीद जगी थी. शहर में अन्य स्थानों पर शुरुआती दौर मे ही टंकियां बन गई और जलापूर्ति भी शुरू हो गई. लेकिन वर्धमान नगर इलाके में घनी आबादी के बीच सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होने से कई साल तक टंकी निर्माण ही नहीं हो पाया.
ऐसे में इलाके के लोगों ने खुद आगे आकर एक समिति बना घर-घर से स्वैच्छिक चंदा (सहयोग राशि) एकत्र कर साल 2016 में करीब साढ़े 11 लाख रुपए में एक भूखण्ड खरीद कर नगर परिषद को सुपुर्द किया था. जिस पर टंकी निर्माण होने के बाद शहरवासियों को पीने का पानी मिलने की उम्मीद जगी.
लेकिन निर्माण पूरा होने के पांच साल बाद भी टंकी सूखी पड़ी है. लोगों ने बताया कि शहरी पुनर्गठित जल योजना के तहत जलदाय विभाग की ओर से 800 किलो लीटर जल भराव क्षमता की टंकी का निर्माण कराया गया. टंकी बनने पर लोगों को जल्द ही नलों से घरों तक पानी पहुंचने की उम्मीद जगी. लेकिन 5 साल बीतने के बाद भी यह उम्मीद अभी तक अधूरी ही है.
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हिण्डौन के वर्धमान नगर में जल योजना के तहत से पेयजल नहीं पहुंचने के कारण हिण्डौन नगर परिषद इलाके के सबसे अधिक निजी नलकूप लगे हुए हैं. लगातार गिर रहे भूजल स्तर के कारण अब यह नलकूप सूखने लगे हैं. बताया जा रहा है कि करीब 200 फीट की गहराई के नलकूप भी इन दिनों पानी नहीं दे रहे हैं.
वार्ड संख्या एक के पार्षद हरभान सिंह, वर्धमान नगर निवासी डॉ. विमल चंद जैन, पार्षद सत्यनारायण पाराशर, शिवदाल पाराशर, खेमसिंह चौधरी, कैलाश चंद ने बताया कि प्रशासन और जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से दर्जनों बार गुहार करने के बाद महज आश्वासन ही मिल रहे हैं. जलदाय विभाग हिंडौन ने शहरी पुनर्गठित पेयजल योजना के तहत वर्धमान नगर की नवनिर्मित टंकी में पानी लाने के लिए हिंडौन के महू गांव में गंभीर नदी के किनारे 5 नलकूप खोदे गए थे.
अमृत जल योजना के तहत पाइप लाइन डालने का कार्य भी कराया गया. लेकिन महू के ग्रामीणों के विरोध के कारण पाइप लाइन का जुड़ाव नहीं हो पाया. इसके अलावा क्यारदा बांध पर 2 नलकूपों से टंकी भराव के लिए वैकल्पिक व्यवस्था तय की गई लेकिन वह भी आगे नहीं बढ़ सकी. जलदाय विभाग के सहायक अभियंता भगवान सहाय मीणा ने बताया कि ग्रामीणों के विरोध के चलते पाइप लाइन का कार्य बीच में ही अटक गया था नलकूपों से पाइप लाइन जोड़ कर जल्द ही पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के प्रयास किए जाएंगे.
Reporter: Ashish Chaturvedi
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