भोपालगढ़ में खाली टंकी देखकर महिलाओं का फूटा गुस्सा, मटका फोड़ कर किया विरोध-प्रदर्शन
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भोपालगढ़ में खाली टंकी देखकर महिलाओं का फूटा गुस्सा, मटका फोड़ कर किया विरोध-प्रदर्शन

 जोधपुर जिले के मैलाणा गांव में पिछले लंबे समय से विकट पेयजल संकट के हालात बने हुए हैं. यहीं नहीं, गांव में दादूधाम के आगे बिराई रोड़ के पास बने सार्वजनिक जीएलआर में भी समय पर जलापूर्ति नहीं होती है.

 भोपालगढ़ में खाली टंकी देखकर महिलाओं का फूटा गुस्सा, मटका फोड़ कर किया विरोध-प्रदर्शन

Bhopalgarh: जोधपुर जिले के मैलाणा गांव में पिछले लंबे समय से विकट पेयजल संकट के हालात बने हुए हैं. यहीं नहीं, गांव में दादूधाम के आगे बिराई रोड़ के पास बने सार्वजनिक जीएलआर में भी समय पर जलापूर्ति नहीं होती है. जिससे लोगों को मजबूरन महंगे दामों पर टैंकरों से पीने का पानी मंगवाना पड़ता है. इस समस्या से परेशान होकर गांव के वार्ड नंबर-1 मोहल्ले की महिलाओं व पुरुषों का खाली टंकी देखकर सोमवार पूरा गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने पानी की गंभीर समस्या को लेकर मटका फोड़ विरोध-प्रदर्शन किया. साथ ही  जलदाय विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के रवैये को लेकर भी खूब खरी-खोटी सुनाई.

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मैलाणा निवासी ग्रामीण महिला लक्ष्मीदेवी राव व अन्य महिलाओं ने बताया कि, पिछले करीब 2 महीनों से भी अधिक समय से गांव के दादूद्वारा के आगे बिराई रोड पर बनी पानी की टंकी में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है. जिससे वार्ड संख्या एक के आसपास के कई गली-मोहल्लों में समय पर जलापूर्ति नहीं हो पाती है. यहां के बाशिंदों को पीने के पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. वहीं, इस टंकी को नहरी पानी की आपूर्ति वाली लाइन से भी नहीं जोड़ा गया है.

 केवल सरकारी नलकूपों के भरोसे इसमें पर्याप्त पानी नहीं आ पाता है. जिसके चलते यहां के रहने वाले महंगे दामों में करीब पांच-पांच सौ रुपए देकर टैंकरों से पीने का पानी मंगवाने को मजबूर है. जबकि गांव के अधिकांश मोहल्लों में समय पर नहर का पानी भी सप्लाई नहीं हो पाता है. और सार्वजनिक टंकी के पास बनी पशुखेळी भी खाली पड़ी रहने से मवेशियों को प्यास बुझाने के लिए दर-दर भटकना पड़ता है. यहां तक कि स्थानीय ग्रामीणों को ही मवेशियों के लिए पानी की व्यवस्था करने के लिए टैंकरों के जरिये पांच सौ रुपये देकर पशुओं के पीने के लिए पानी डलवाना पड़ता है.

 फूटा गुस्सा, फोड़ी मटकियां 
क्षेत्र के मैलाणा गांव में पिछले लंबे समय से व्याप्त पेयजल संकट से परेशान स्थानीय ग्रामीणों व महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा. गांव की महिलाएं जब सार्वजनिक जीएलआर पर पानी लेने पहुंची, तो खाली टंकी देखकर इनका आक्रोश फूट पड़ा और महिलाओं ने मटकिया फोड़कर विरोध-प्रदर्शन किया. साथ ही जलदाय विभाग के कार्मिकों व अधिकारियों के रवैये को लेकर भी जमकर नाराजगी जताते हुए इनके खिलाफ नारेबाजी भी की. इस दौरान सुनिल राव, भरत प्रजापत, छैलाराम मेघवाल, अनिल, गणपत, दलाराम, राकेश, कैलाश, राजूराम, गजेंद्र, गोविंद, अरविंद, लक्ष्मीदेवी, पुष्पा, साऊ, शांतिदेवी व कमला समेत कई ग्रामीण व महिलाएं मौजूद थी.

मैलाणा में पेयजल संकट को लेकर गांव की महिलाएं बताती हैं, कि गांव में दादूधाम के पास बने जीएलआर में जलापूर्ति नलकूपों के भरोसे रहती है और इनमें पर्याप्त पानी नहीं होने से कई महीनों से जलसंकट के हालात बने हुए हैं. शीघ्र पेयजल समस्या का समाधान नहीं हुआ तो अबकी बार उग्र विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा और इसकी सारी जिम्मेदारी जलदाय विभाग व प्रशासन की होगी.
वहीं दूसरी ओर इसी गांव की निवासी एवं बावड़ी पंचायत समिति की प्रधान अनिता राजूराम खोजा का कहना है, कि मेरे गांव में पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों व महिलाओं द्वारा मटका फोड़ प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही जलदाय विभाग के अधिकारियों से बात की और उन्हें तत्काल गांव में पेयजल आपूर्ति सुचारू कर जलसंकट के शीघ्र समाधान के सख्त दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं.

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