Rajasthan News: रामगंजमंडी (कोटा) राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की पहल से रामगंजमंडी मे शनिवार को इसरो की दो दिवसीय विक्रम साराभाई अंतरिक्ष प्रदर्शनी लगाई गई है. यह प्रदर्शनी कोटा जिले के विधार्थियो के लिए आयोजित की जा रही है. प्रदर्शनी का शुभारम्भ इसरो इचार्ज वैज्ञानिक परेश सरवैया और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के ओएसडी सतीश गुप्ता ने किया.
जिसके बाद प्रदर्शनी स्कूली बच्चों के लिए शुरू की गई. जिसमे पहले से ही स्पेस, यान और सेटेलाइट की ट्रेनिंग दी गई. प्रदर्शनी मे बच्चों अन्य बच्चों को इंस्ट्रूयुमेंट की जानकारी दे रहे है. वही प्रदर्शनी मे अंतरिक्ष प्रदर्शनी 18 और 19 जनवरी को कृषि उपज मंडी मे लग रही है. पहले दिन क्षेत्र के करीब 2 हजार से ज्यादा बच्चों ने प्रदर्शनी देखी और अपनी जिज्ञासा को शांत किया. प्रदर्शनी मे इसरो की डिजिटल बस आकर्षण का केंद्र बनी है.
जिसमे इसरो द्वारा चंद्रयान की लॉन्चिंग से लेकर स्पेस प्रक्रिया के बारे मे विधार्थियो को जानकारी दी जा रही है. वही 19 जनवरी को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर अंतरिक्ष प्रदर्शनी के समापन समारोह मे मुख्य अतिथि रहेंगे. और बच्चों से स्पेस और सेटेलाइट को लेकर जानकारी की समीक्षा भी करेंगे. वही दो दिवसीय प्रदर्शनी मे जिले के करीब 10 हजार विधार्थी प्रदर्शनी मे भाग लेंगे.
कृषि उपज मंडी मे ब्लॉक शिक्षा विभाग द्वारा अंतरिक्ष प्रदर्शनी का उद्घाटन कार्यक्रम किया हुआ. जिसके मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री दिलावर के ओएसडी सतीश कुमार गुप्ता, विशिष्ठ अतिथि अन्तरिक्ष उपयोग केंद्र इसरो अहमदाबाद नियंत्रक परेश सरवैया, प्रधान कलावती मेघवाल अतिथि रहे. जिनका शिक्षा विभाग द्वारा परेड और घोष के साथ स्वागत किया गया. जिसके बाद अतिथियों ने फीता काटकर, दीप प्रज्जवलन कर प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया. जिसके बाद बच्चे सुबह से ही प्रदर्शनी मे अलग अलग सेटेलाइट की जानकारी ले रहे है.
वैज्ञानिक परेश सरवैया ने बताया कि प्रदर्शनी में आर्यभट्ट, रोहिणी, कार्टोसेट, रिमोट सेंसिंग, नाविक, प्रक्षेपण वाहन जैसे एसएलवी, पीएसएलवी, जीएसएलवी, चन्द्रयान, मंगलयान, आदित्य एल-1, एस्ट्रोसेट इत्यादि के मॉडल व डिस्प्ले बोर्ड प्रदर्शित किए गए हैं. प्रदर्शनी के साथ-साथ इसरो से जुड़ी विभिन्न पुस्तकें दर्शकों को उपलब्ध कराई गई हैं. प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण इसरो से आई एक बस है, जिसे स्पेस ऑन व्हील का नाम दिया गया है. इस बस में विभिन्न उपग्रहों एवं अवधारणाओं पर आधारित चलित मॉडल प्रदर्शित किए गए हैं. इस अवसर पर भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम पर आधारित ऑडियो-वीडियो क्लिप के माध्यम से भी बहुत कुछ जानने का अवसर मिल रहा है.