Barmer News: बाड़मेर में एक दिन पहले हथियारों का जखीरा पकड़ा गया था. बाड़मेर से लगी पश्चिमी सरहद वैसे तो बीते दशक भर से काफी शांत हैं लेकिन हथियार, हेरोइन की खेप गाहे बगाहे इस सरहद के जरिए भारत में लाने के तस्करों के कृत्य जारी हैं. पश्चिमी अंतर्राष्ट्रीय सरहद पर थार एक्सप्रेस का संचालन रुकने के बाद से यहां शांति हैं जो हथियार पकड़े जाने के बाद खतरे में हैं.
26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस से ठीक पहले पाकिस्तान से आई हथियारों की खेप बीएसएफ और बाड़मेर पुलिस ने पकड़ी हैं. बीएसएफ की सतर्कता से पाकिस्तान में बैठे दुश्मनों के नापाक इरादों को नाकाम करते हुए हथियारों का जखीरा पकड़ने में सफलता हासिल की है भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के ऊपर से भारत में बैठे तस्करों को डिलीवर होने वाले इन हथियारों को बीएसएफ और पुलिस ने सीमा के पास बरामद कर कर ये जखीरा सप्लाई होने थे उसको लेकर पड़ताल में जुटी हैं. आपको बता दे कि गुरुवार देररात को अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास हलचल होने के बाद बीएसएफ और बाड़मेर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई को अंजाम देते हुए बीकेडी बीएसएफ चौकी के पास पिलर संख्या 855 के पास रेत में दबे हथियारों की खेप बरामद की थी.
इस मामले में जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने बाड़मेर में पत्रकारों से बातचीत की. कार्रवाई की जानकारी देते हुए आईजी विकास कुमार ने बताया कि पाकिस्तान में बैठे देश के दुश्मनों में भारत में बैठे अपने सहयोगियों को हथियारों का जखीरा भेजा था लेकिन देश की सीमाओं की रक्षा में तैनात बीएसएफ की नजरों को धोखा नहीं दे पाएं, बॉर्डर पर से तस्करी के इनपुट के बाद बीएसएफ और बाड़मेर पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए कर 9 MM की 4 ग्लॉक पिस्टल 8 मैगजीन और 78 कारतूस बरामद किए हैं.
साथ ही उन्होंने बताया कि पंजाब और गंगानगर बीकानेर जिलों से लगती सीमा से ड्रोन एवं अन्य माध्यमों से होने वाले हथियार तस्करी के पैटर्न के तहत इस इलाके भी तस्करी के इनपुट थे हालांकि की राहत की बात है सूत्रों और जांच पड़ताल में ऐसा कुछ सामने नहीं आया हैं लेकिन इस तरह की संभावनाओं को लेकर पुलिस और बीएसएफ एक्टिव हैं दुश्मन की हर साजिश को सीमा प्रवेश से पहले ही नाकाम करने का प्रयास रहेगा. आईजी रेंज ने पुराने तस्कर जो बीते कुछ समय से एक्टिव नहीं थे उनपर पुलिस की नज़र की जानकारी दी.