Jhunjhunu unique marriage: झुंझुनूं (Jhunjhunu) जिले के छापाली गांव में दूल्हा और दुल्हन (Bride and Groom) ने अग्नि के सात फेरे नहीं लिए बल्कि संविधान की शपथ लेकर शादी की.
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Jhunjhunu unique marriage: राजस्थान इन दिनों वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में फेमस हो रहा है. यहां एक तरफ जहां बॉलीवुड स्टार और अन्य बड़ी-बड़ी सेलिब्रेटी आकर शादियां कर रहे हैं. वहीं राजस्थान के स्थानीय लोग भी लीक से हटकर शादी समारोह करने में जुटे हैं. ऐसा ही एक शादी समारोह झुंझुनूं जिले के छापाली गांव में आयोजित हुआ. झुंझुनूं की इस शादी में दूल्हा और दुल्हन (Bride and Groom) ने अग्नि के सात फेरे लेने की बजाया संविधान की शपथ लेकर शादी की.
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इस शादी समारोह के वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहे हैं. झुंझुनूं (Jhunjhunu) जिले के उदयपुदवाटी इलाके के छापाली गांव में 17 फरवरी को हुई इस शादी में दूल्हा-दुल्हन ने फेरों की बजाय संविधान की शपथ लेकर एक दूसरे का हाथ थामा.
बता दें कि पंरपराओं से इतर छापोली गांव के हरजीराम किरोड़ीवाल और बनारसी देवी ने अपनी बेटी सरोज की शादी में फेरे कराने की बजाय स्टेज पर भारत के संविधान की शपथ दिलाकर विवाह संपन्न करवाया. स्टेज पर दुल्हन सरोज और दूल्हे रमेश (Bride and Groom) ने संविधान की शपथ लेकर वैवाहिक जीवन में कदम रखा.
मामला यहीं तक नहीं थमा बल्कि शादी में डॉ. भीमराव अंबेडकर और संविधान की महिमा से जुड़े लोक गायकों के जरिए गाए गए गानों को डीजे पर बजाया गया. उन पर बाकायदा डांस किया गया. इस शादी समारोह पांडाल में डेकोरेशन के साथ डॉ. भीमराव अंबेडकर, पूर्व राष्ट्रपति एपीजी अब्दुल कलाम और शहीद-ए-आजम भगत सिंह के समेत कई महापुरुषों की तस्वीरों को लगाया गया अब इस शादी की चर्चा सोशल मीडिया में काफी सुर्खियां बटोर रही हैं.
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