जैसलमेर: खतरे के साए में विद्यार्थी कर रहे है पढ़ाई, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
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जैसलमेर: खतरे के साए में विद्यार्थी कर रहे है पढ़ाई, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

सलमेर के शहर के मध्य चैनपुरा में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को इस बारिश मौसम में भी बाहर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है. 

खतरे के साए में विद्यार्थी कर रहे है पढ़ाई

Jaisalmer: शिक्षा को लेकर राजस्थान सरकार बड़े-बड़े दावे करती नजर आ रही है, वही जैसलमेर जिले के विकास के लिए राज्य और केंद्र सरकार कई योजनाएं चला रही है. शिक्षा विभाग भी बेहतर शिक्षा व्यवस्थाओं के प्रयासों के दावे कर रहा है पर धरातल पर हकीकत कुछ और ही है.

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जैसलमेर के शहर के मध्य चैनपुरा में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को इस बारिश मौसम में भी बाहर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है. इसका एकमात्र कारण है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी बच्चों की पढ़ाई और सुरक्षा के प्रति बिलकुल भी गंभीर नहीं है. 2017 में बरसात के मौसम में राउप्रावि चैनपुरा के एक कक्षा कक्ष की छत गिर गई. उसके बाद स्कूल के सभी कमरे मरम्मत नहीं होने के अभाव में एक एक जर्जर हो गए हैं. स्कूल की बिल्डिंग में 10 कमरों में से 8 की स्थिति खराब है, जिसके बाद एहतियात के तौर पर स्कूल प्रबंधन ने वह पूरा क्षेत्र बंद कर दिया. केवल दो कमरे ठीक ठाक स्थिति में ऐसे में एक कमरे में पढ़ाई होती है और एक में पोषहार बनता है, ऐसे में आठवीं तक स्कूल होने के बावजूद भी सभी स्कूल खुले आसमान में संचालित होती है.

शिक्षकों ने कई बार अधिकारियों को स्कूल भवन की मरम्मत के लिए मांग की, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के कारण आज तक स्कूल भवन के मरम्मत का काम शुरू नहीं हो पाया है, जिससे विद्यार्थियों को गर्मी और सर्दी और बारिश के मौसम में बाहर पेड के नीचे बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है. स्कूल के भवन के हालात पिछले कुछ समय से ज्यादा खराब हो गए हैं. बच्चों को एक साथ बैठाकर पढ़ाई करवाई जा रही है, जिससे उनकी पढ़ाई में भी व्यवधान उत्पन्न हो रहा है. इस दौरान ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी सहित कई जनप्रतिनिधियों द्वारा स्कूल का निरीक्षण किया गया, जिस पर स्कूल प्रबंधन द्वारा भवन मरम्मत के लिए मांग भी की गई, लेकिन उसके बावजूद भी स्कूल के भवन की मरम्मत का काम शुरु नहीं किया गया. 

विद्यार्थियों की परेशानी का यह आलम है कि चाहे कैसा भी मौसम हो स्कूल में सिर्फ एक कक्षा-कक्ष होने के कारण बच्चों को बाहर ही बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है. इसके साथ ही कम कक्षा-कक्ष होने के कारण दो-दो कक्षाओं के विद्यार्थियों को एक साथ बिठाकर पढ़ाई करवाई जा रही है, जिससे पढ़ाई भी डिर्स्टब हो रही है. राउप्रावि चैनपुरा में जर्जर भवन होने से कभी भी कोई हादसा घटित हो सकता है. स्कूल में 250 से अधिक विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है, लेकिन उसके बावजूद शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल भवन की मरम्मत नहीं करवाने से अधिकारियों की लापरवाही प्रदर्शित हो रही है. स्कूल में भवन पूरी तरह से जर्जर हो गया है, जिससे हमें बाहर बैठकर ही पढ़ाई करनी पड़ रही है. कई बार परेशान भी होती है, लेकिन भवन की स्थिति बहुत खराब है.

Reporter: Shankar Dan

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