Year ender 2023: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के बदलाव से बदल जाएगी ये प्रक्रिया, जानें डिटेल्स
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Year ender 2023: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के बदलाव से बदल जाएगी ये प्रक्रिया, जानें डिटेल्स

CBSE Major Changes 2023: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के छात्र और इससे जुड़े सभी टीचर्स के लिए ये साल काफी अहम रहा है. कुछ बदलाव की वजह से CBSE की प्रक्रिया बदल जाएगी. 

फाइल फोटो.

CBSE Major Changes 2023: नई शिक्षा नीति के बाद देश के एजुकेशन सिस्टम में कई अहम बदलाव हुए हैं. आनें वाले सालों में ओर भी बदलाव देखे जा सकेंगे. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के छात्र कई बड़े बदलाव के गवाह बनें हैं.

ओवरऑल डिविजन या डिस्ट‍िंक्शन नहीं तय होगा

सीबीएसई बोर्ड की 2024 में कक्षा 10 और 12वीं के छात्रों के लिए कुछ खास बदलाव किए जाएंगे.इसके तहत  अब कोई ओवरऑल डिविजन या डिस्ट‍िंक्शन नहीं तय होगा. आपको बता दें सीबीएसई बोर्ड ने ये फैसला उन अनुरोधों के जवाब में किया जिसमें छात्र प्रतिशत की गणना के लिए तय क्राइटेरिया पर स्पष्टीकरण मांग रहे थे. सीबीएसई ने स्पष्ट का दिया कि बोर्ड अंकों के प्रतिशत की न तो गणना करेगा और न ही घोषणा करेगा. 

cbse.nic.in पर है सबकुछ

इस साल सीबीएसई बोर्ड ने नमूना प्रश्न पत्र जारी किया है.संबंधित मार्किंग स्कीम के साथ-साथ कक्षा 10 के लिए 60 और कक्षा 12 के लिए 77 नमूना पत्र जारी किए हैं. सभी रिसोर्सेज के लिए आधिकारिक वेबसाइट cbse.nic.in पर विजिट करें.
 

अब नहीं दी जाएगी आंसर बुक

अकाउंटेंसी सब्जेक्ट वालों के लिए काम की खबर है. बता दें इनको पहले आंसर बुक दी जाती थी. लेकिन अब नहीं दी जाएगी. बता दें कि साल 2024 में बोर्ड परीक्षा से शुरू होकर, सीबीएसई अकाउंटेंसी विषय में दी जाने वाली टेबल वाली आंसर बुक नहीं देगा. जबकि क्लास 12th के अन्य विषयों के अनुरूप सामान्य लाइन वाली आंसर बुक दी जाएंगी. यह बदलाव 2023-24 में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं से प्रभावी है. 

स्पेशल एग्जाम कंडक्ट कराए जाएंगे

अब तक आप देखते थे एग्जाम की वजह से राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपियाड में भाग लेने वाले छात्र कई अवसरों से वंचित हो जाते थे.लेकिन अब इस समस्या का भी समाधान खोज लिया गया है. ऐसे कैंडिडेट्स के लिए स्पेशल एग्जाम कंडक्ट कराए जाएंगे.
मान्यता प्राप्त खेल और ओलंपियाड में ये व्यवस्था लागू की जाएगी.एक्सपर्ट का कहना है इस रूल से राजस्थान समेत देशभऱ में खेलों का हुनर रखने वालों को एक नया मौका मिलेगा.

इसका फायदा सिर्फ वही स्टूडेंट्स उठा पाएंगे जो ऐसे स्पोर्ट्स खेलते हो जो स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी SAI और बोर्ड ऑफ क्रिकेट कंट्रोल इन इंडिया यानी BCCI द्वारा मान्य हों.वहीं, होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन द्वारा मान्यता प्राप्त इंटरनेशनल ओलंपियाड में जाने वाले स्टूडेंट्स ही स्पेशल बोर्ड एग्जाम दे सकेंगे.

स्टूडेंट्स को दो लैंग्वेज पढ़नी होंगी

बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत,न्यू करिकुलम फ्रेमवर्क  बोर्ड परीक्षा को साल में दो बार आयोजित करने का मौका देगा.इसके लिए नई किताबें तैयार की जा रही हैं और उनमें छात्र अपना बेस्ट स्कोर बरकरार रख सकते हैं,और उन विषयों में परीक्षा देना चुन सकते हैं.जिनके लिए वे अपनी अच्छी तैयारी मानते हैं.इसके अलावा 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को दो लैंग्वेज पढ़नी होंगी जिसमें कम से कम एक भारतीय भाषा होनी चाहिए.

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