वसुंधरा राजे का बड़ा बयान, भाजपा की सरकार आई तो लोकतंत्र सेनानियों की शुरू होगी पेंशन
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1212872

वसुंधरा राजे का बड़ा बयान, भाजपा की सरकार आई तो लोकतंत्र सेनानियों की शुरू होगी पेंशन

पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राजस्थान में फिर से प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनेगी और लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन वापस शुरू होगी जिसे अशोक गहलोत सरकार ने बंद कर दी है.

वसुंधरा राजे का बड़ा बयान, भाजपा की सरकार आई तो लोकतंत्र सेनानियों की शुरू होगी पेंशन

जयपुर: पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राजस्थान में फिर से प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनेगी और लोकतंत्र सेनानियों की पेंशन वापस शुरू होगी जिसे अशोक गहलोत सरकार ने बंद कर दी है. राजे ने जामडोली में आयोजित भाजपा विधायक अभ्यास वर्ग में ‘आपातकाल व लोकतंत्र बहाली में हमारी भूमिका’ विषय पर  यह बात कही.

यह भी पढ़ें: जयपुर गजल फेस्टिवल में गूंजेंगी सुरीली आवाज का जादू, ये दिग्गज हर शाम बांधेंगे समां

उन्होंने कहा कि जब वे पहली बार मुख्यमंत्री बनी तब, हमारी सरकार ने मीसा और डीआईआर के तहत जेल गए सभी लोगों की पेंशन चालू की, पर जब 2008 में अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने इस योजना को बंद कर दिया. उसके बाद 2013 में जब वापस हमारी सरकार आई तो हमने फिर से मीसाबंदियों और डीआईआर के तहत जेल जाने वालों की न केवल पेंशन चालू की बल्कि हमने उन्हें लोकतंत्र सेनानियों का दर्जा भी दिया. बाद में जब 2018 में अशोक गहलोत मुख्य मंत्री बने तो उन्होंने फिर मीसा बंदियों की पेंशन बंद कर दी.  राजे ने कहा कि 2023 में फिर भाजपा सरकार बनेगी और जो अशोक गहलोत ने लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान छीना है,उसे ब्याज सहित वापस लौटाएगी.

मोदी वेश बदलकर करते थे मदद 
राजे ने कहा कि आपातकाल के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी भेश बदलकर जेल जाया करते थे और जेल में हमारे नेताओं के पास महत्वपूर्ण जानकारियां पहुंचाते थे. हमारे जिन नेताओं के पीछे पुलिस लगी हुई थी,वे उन्हें स्कूटर से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाते थे.

कांग्रेस का आचरण आपातकाल जैसा

राजे ने कहा कि आपातकाल की भावना कांग्रेस के मन से अब भी नहीं निकली है.आज भी उसका आचरण आपातकाल जैसा ही है. उन विधायकों के पीछे पुलिस लगा रखी है जो सरकार के अंग है. ऐसा सलूक तो अपराधियों के साथ किया जाता है, जैसा ये सरकार अपने ही विधायकों के साथ कर रही है. यह इमरजेंसी नहीं तो और क्या है ? उन्होंने अटल जी की कविता ‘अब अंधेरा छँटेगा, सूरज निकलेगा और कमल खिलेगा’ के साथ अपना भाषण ख़त्म किया.

Trending news