इस जगह पर श्मशान में जलती चिताओं के पास होती है गणेश जी की पूजा
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2063906

इस जगह पर श्मशान में जलती चिताओं के पास होती है गणेश जी की पूजा

Lord Ganesha: आज तक आपके कई सारे भगवान गणेश के मंदिर देखें होंगे लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जो श्मशान में है. यहां जलती चिताओं के बीच भगवान गणेश की पूजा की जाती है. 

इस जगह पर श्मशान में जलती चिताओं के पास होती है गणेश जी की पूजा

Lord Ganesha: उज्जैन को बाबा महाकाल की नगरी कहा जाता है. इसी जगह एक शमशान घाट में भगवान गणेश का पुराना मंदिर है. यहां महिलाओं की मंदिर में एंट्री के लिए कुछ नियम हैं. 

मंदिर में मिनी स्कर्ट, छोटे कपड़े और कटी-फटी जींस पहनकर जाने की सख्त मनाई है. इसके अलावा यहां सेल्फी भी नहीं ले सकेंगे. इसको लेकर मंदिर और गेट पर पोस्टर चस्पा किया गया है, इसमें कई तरह के निर्देश लिखें गए हैं. 

यह भी पढ़ेंः शाम के समय ना करें ये 11 काम, वरना हो जाएंगे कंगाल!

10 भुजागणेश मंदिर 
आज हम आपने कई सारे भगवान गणेश के मंदिर देखें होंगे लेकिन उज्जैन में 10 भुजागणेश का यह मंदिर चक्रतीर्थ श्मशान में है. यहां पर गणेश जी की दसभुजा ( हाथ ) देखने को मिलती हैं. इनके सभी हाथों में अलग-अलग शक्ति का वास है. इस मंदिर में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष आते हैं और दर्शन करते हैं. वहीं. बुधवार को भगवान गणेश के मंदिर में भारी भीड़ देखने को मिलती है. 

महिलाओं के लिए है खास नियम 
मंदिर में फोटो खींचना, स्वच्छता का ध्यान रखना, सनातन धर्म के अनुरूप कपड़े पहनना और मंदिर में फालतू बैठने पर रोक है. इसके अलावा खासकर महिलाओं से कहा गया है कि सनातनी वेशभूषा का इस्तेमाल करें, तभी आपको मंदिर में एंट्री मिलेगी. 

इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि अगर यहां कोई भक्त लगातार पांच बुधवार आता है, तो उसकी हर मनोकामना पूरी होती है. इस काम को कई लोगों द्वारा किया गया है, उनकी भगवान गणेश ने इच्छा पूरी की है. 

गणेश जी गोद में बैठी हैं माता संतोषी 
वहीं, मंदिर में विराजमान प्रतिमा की एक विशेषता है कि भगवान गणेश की गोद में संतोषी माता बैठी हैं. माता संतोषी गणेश जी की बेटी है. यह मंदिर अपनेआप में अनूठा है और यहां भगवान गणेश की महिमा अलग ही है. यह मंदिर श्मशान में होने के चलते जलती चिताओं के पास भगवान गणेश की पूजी होती है.  

यह भी पढ़ेंः Ram Mandir: अलवर के 125 किलो शुद्ध शहद से होगा प्रभु श्रीराम का अभिषेक, 13 जनवरी को रथ होगा रवाना

Trending news