हल्ला बोल रैली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर पीएम मोदी पर जमकर निशाना. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल और अन्ना हजारे को भी आड़े हाथ लिया. उन्होंने बीजेपी को कहा कि ये फासिस्ट लोग हैं. इनका लोकतंत्र में कोई यकीन नहीं हैं, ये केवल लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर राज कर रहे हैं.
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Jaipur/delhi: रामलीला मैदान में हुई कांग्रेस की महंगाई पर हल्ला बोल रैली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर पीएम मोदी पर जमकर निशाना. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल और अन्ना हजारे को भी आड़े हाथ लिया. रैली को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार के वक्त दिल्ली में अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के आंदोलन करवाए गए थे. केजरीवाल आज जो राजनीति कर रहे हैं, वो भी झूठ बोलने की हदें पार कर रहे हैं. किस प्रकार देशवासियों को गुमराह कर रहे हैं, वो पूरा देश देख रहा है.
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सीएम ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी को कांग्रेस मुक्त भारत चाहिए. पीएम गांधी परिवार और वंशवाद की बात करते हैं. गांधी परिवार से पिछले 30 साल में न कोई पीएम बना, न मंत्री बना. संगठन में उनकी भागीदारी है? तो वह पूरा देश चाहता है, पूरे देश के कांग्रेसी चाहते हैं. इस परिवार की क्रेडिबिलिटी देश में हाईएस्ट है. मोदी से भी ज्यादा है. चुनाव जीतना एक और प्रधानमंत्री बनना अलग बात है. जो रेस्पेक्ट कमांड करती हैं सोनिया गांधी और इनका परिवार वह देश में हाईएस्ट है. उससे आपको तकलीफ क्या होती है.
गहलोत ने कहा कि देश की जनता 2014 के चुनावों का मोदी का भाषण फिर से सुन ले तो हमें बोलने की जरूरत ही नहीं है. तमाम ये फासिस्ट लोग हैं, इनका लोकतंत्र में कोई यकीन नहीं हैं, ये केवल लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर राज कर रहे हैं. देश आज महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहा है. आगे लड़ाई लंबी है. कांग्रेस नेताओं के त्याग और बलिदानों से देश एक और अखंड रहा है, लेकिन मोदी कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं. उस वक्त अन्ना समेत कईयों की आंदोलन हमारी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र था. यूपीए सरकार में शानदार काम हो रहा था. एक माहौल ऐसा बना दिया था देश में. 2जी, कोलगेट घोटाले के आरोप लगाए. एक लाख 76 हजार करोड़ के 2जी घोटाले का आरोप लगाया. उस समय के सीएजी कहां चले गए, अब वो गायब हो गए. षड्यंत्र करके सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया. उसमें वे सफल हो गए, लेकिन सच्चाई कभी छिप नहीं सकती.
बेरोजगारी के आंकड़े रुकवाए
गहलोत ने कहा कि अब महंगाई की मार देशवासियों की कमर तोड़ चुकी है. बेरोजगारी से हाहाकार मचा हुआ है. नौकरियां भी जा रही हैं. यह सरकार इतनी झूठ आधारित है. भारत सरकार के संगठन नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन ने बेरोजगारी पर आंकड़े जारी करने का प्रयास किया तो 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें रुकवा दिया.
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