Khairthal News: खैरथल तिजारा जिले के दांतला गांव की एक महिला को अपने पति हसन खान के 24 साल बाद मिलने का इंतजार खत्म हुआ. हसन खान 2002 में ट्रक ड्राइवर के रूप में कलकत्ता जा रहे थे, लेकिन रास्ते में लुटेरों ने उनका ट्रक लूट लियाऔर मारपीट की, जिससे वे अपनी याददाश्त खो बैठे. 24 साल तक वे अपनी पहचान भूलकर मस्जिद, गुरुद्वारे और गांव-गांव में घूमते रहे और रोटी मांगकर खाते रहे.
आखिर कैसे पहुंचा हसन खान अपने घर
हसन खान के लापता होने के बाद, उनके परिजन उन्हें ढूंढने के लिए बंगाल गए और मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई. लेकिन जब भी कोई पता नहीं चला, तो वे खैरथल वापस आ गए. हालांकि, हसन खान की पत्नी और बच्चे उनके पिता के लौटने का इंतजार लगातार बनाए रखा.
हसन खान के बेटे इमरान को सोशल मीडिया पर एक वीडियो मिला, जिसमें कुछ लोग हसन खान की पहचान के प्रयास कर रहे थे. परिवार ने वीडियो बनाने वाले से संपर्क किया और उत्तरप्रदेश के हरदोई जिले में पहुंचे. वहां उन्होंने अपने पिता हसन खान को देखा और परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
हसन खान की दिमागी हालत अभी भी खराब है, जिससे वह अपने परिवार को ठीक से पहचान नहीं पा रहा है. खैरथल में उसके आने की खबर फैलने पर रिश्तेदार और परिचितों का तांता लग गया. हसन खान ने अपनी आपबीती साझा करते हुए बताया कि उसके जीजा और उसके साथ लुटेरों ने मारपीट की थी, जिसके बाद उसे कुछ भी याद नहीं है.
हसन खान के वापस आने से उनके परिवार में एक नई आस जगी है. अब वे उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही सद्दीक भी अपने परिवार के बीच वापस आ जाएगा. हसन खान के परिवार के लिए यह एक बड़ी खुशी की बात है और वे अब सद्दीक के वापस आने की उम्मीद में हैं.