Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी में लगातार बढ़ते सड़क हादसे इन दिनों एक चिंता का विषय बन गया है. वर्ष 2024 के शुरुआती 2 महीने में 523 सड़क हादसे हुए.
Trending Photos
Rajasthan News: राजधानी में लगातार बढ़ते सड़क हादसे जयपुर पुलिस के लिए चिंता का एक बड़ा विषय बन चुके हैं. सड़क हादसों में कमी लाने के लिए जयपुर ट्रैफिक पुलिस की ओर से कई तरह के नवाचार और ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किए जा रहे हैं. इसके बावजूद भी शहर में नए-नए ब्लैक स्पॉट बन रहे हैं, जहां सड़क हादसों के चलते लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है.
पुलिस द्वारा सड़क हादसों में कमी लाने के लिए ब्लैक स्पॉट को सही करने के लिए जेडीए और निगम के साथ मिलकर कई तरह के प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी सड़क हादसों में कमी नहीं आ रही है.
वर्ष 2024 के शुरुआती 2 महीनों में हादसों का आंकड़ा
2 महीने में हुए 523 सड़क हादसे
हादसों में 135 लोगों की गई जान
वहीं 435 लोग हुए गंभीर रूप से घायल
डीसीपी ट्रैफिक सागर ने बताया कि राजधानी के विभिन्न मार्गों पर इंजीनियरिंग फेलियर और अन्य तरह की डिफेक्ट के चलते ब्लैक स्पॉट बन रहे हैं, जहां पर न केवल सर्वाधिक सड़क हादसे घटित हो रहे हैं. बल्कि हादसों में मौत का आंकड़ा भी काफी ज्यादा है. राजधानी जयपुर का 200 फीट चौराहा, ओटीएस चौराहा, गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहा, टोंक रोड पुलिया और बीटू बायपास कुछ ऐसे चिन्हित ब्लैक स्पॉट है, जहां पर सर्वाधिक सड़क हादसे हो रहे हैं. यहां पर जो भी इंजीनियरिंग डिफेक्ट है, उसको सही करने के लिए जेडीए और नगर निगम के साथ मिलकर काम किया जा रहा है. इसके साथ ही तेज गति से वाहन चलाने वाले चालकों की विरुद्ध विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है.
जयपुर कमिश्नरेट में जिलेवार सड़क हादसों का आंकड़ा
ईस्ट जिले में 2 महीने में हुए 188 सड़क हादसे
सड़क हादसों में 38 लोगों की हुई मौत
वहीं 142 लोग हुए गंभीर रूप से घायल
वेस्ट जिले में 2 महीने में हुए 171 सड़क हादसे
सड़क हादसों में 50 लोगों की हुई मौत
वही 178 लोग हुए गंभीर रूप से घायल
नॉर्थ जिले में 2 महीने में हुए 36 सड़क हादसे
सड़क हादसों में 12 लोगों की हुई मौत
वही 25 लोग हुए गंभीर रूप से घायल
साउथ जिले में 2 महीने में हुए 128 सड़क हादसे
सड़क हादसों में 35 लोगों की हुई मौत
वही 90 लोग हुए गंभीर रूप से घायल
जितने भी सड़क हादसे हुए हैं, उनके पीछे ओवर स्पीडिंग, शराब पीकर वाहन चलाना, यातायात नियमों का उल्लंघन करना आदि मुख्य कारण सामने आए हैं. डीसीपी ट्रैफिक सागर ने बताया की राजधानी में हिट एंड रन के मामले भी काफी बढ़ रहे हैं, उन पर कमी लाने के लिए भी विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. साथ ही, हिट एंड रन के मामलों की जांच राजधानी के अलग-अलग एक्सीडेंट थानों के द्वारा की जा रही है और सभी मामलों में आरोपी चालकों को गिरफ्तार किया जा रहा है.
राजधानी जयपुर में लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिए आरोपी चालक और उसकी गाड़ी को आईडेंटिफाई कर कार्रवाई की जा रही है. साथ ही उन्होंने बताया कि सड़क हादसों में घायल हुए लोगों को अस्पताल पहुंचने वाले व्यक्ति को किसी तरह की कानूनी परेशानी का सामना न करना पड़े इसका भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
सड़क हादसों में कमी लाने के लिए जयपुर ट्रैफिक पुलिस को और भी कई सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है. उसके साथ ही सड़क पर वाहन चलाने वाले लोगों के जागरूक होने और यातायात नियमों का पालन करने की उससे भी अधिक आवश्यकता है. फिलहाल देखना होगा कि लगातार बढ़ते सड़क हादसों पर आखिर किस तरह से लगाम लगाई जाती है.
यह भी पढ़ेंः Jaipur Crime News:फिर रिश्ता हुआ शर्मसार!अपने से 50 साल छोटी पोती के साथ दादा ने किया रेप