Rajasthan Crime: फर्जी पुलिसकर्मी बन ठगी करने वाली ईरानी गैंग का पर्दाफाश,तीन इनामी बदमाशों सहित 4 गिरफ्तार
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Rajasthan Crime: फर्जी पुलिसकर्मी बन ठगी करने वाली ईरानी गैंग का पर्दाफाश,तीन इनामी बदमाशों सहित 4 गिरफ्तार

Rajasthan Crime: फर्जी पुलिसकर्मी बन ठगी करने वाली ईरानी गैंग का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है. तीन इनामी बदमाशों सहित 4 को गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.

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Rajasthan Crime: राजधानी की माणक चौक थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए फर्जी पुलिसकर्मी बन ठगी की वारदात को अंजाम देने वाली शातिर ईरानी गैंग के तीन सदस्यों सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए ईरानी गैंग के तीनों शातिर बदमाश 25–25 हजार रुपए के इनामी हैं. जिन्होंने बीते 5 माह में जौहरी बाजार में 4 वारदातों को अंजाम दिया है.

गिरफ्त में आए बदमाश काफी शातिर हैं जो मध्य प्रदेश के भोपाल के रहने वाले हैं और कई राज्यों में इसी तरह से ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. फर्जी पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने वाली गैंग असली पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई थी और ऐसे में गैंग तक पहुंचाने के लिए पुलिस ने दिन और रात एक कर दिया. जौहरी बाजार में लगे 100 से भी अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाल कर पुलिस ने गैंग के शेख मुख्तार उमर उर्फ मुख्तार हसन, मोहम्मद अली उर्फ साबिर हसन, जुल्फिकार उर्फ जावेद और मोहम्मद बकर उर्फ शौकत उर्फ बिन्नी को चिन्हित किया. 

जिनकी तलाश में पुलिस टीम भोपाल गई लेकिन वहां पर आरोपी नहीं मिले. जिस पर सभी बदमाशों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया. बदमाशों ने जयपुर में पहली वारदात मार्च माह में की. पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी कि तभी 16 मई को फिर से गैंग ने जयपुर में दूसरी वारदात को अंजाम दे डाला. इस बार बदमाशों ने फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर पार्सल कंपनी में काम करने वाले द्वारका प्रसाद नामक व्यक्ति को निशाना बनाते हुए उसे चेक करने के बहाने रोका. 

इसके बाद एक कीमती सामान से भरा हुआ पैकेट लेकर बदमाश फरार हो गए. इसके बाद पुलिस ने 500 से भी अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला. जिस पर आरोपियों के आगरा रोड की तरफ जाना पता चला. वहीं पुलिस ने जब जांच करना शुरू किया तो आरोपियों के लखनऊ में होने की सूचना मिली.

जिस पर लखनऊ पुलिस के सहयोग से पुलिस ने लुलु मॉल के पास घेराबंदी कर गिरोह के तीन बदमाश शेख मुख्तार उमर अहमद, मोहम्मद अली उर्फ साबिर हसन और जुल्फिकार उर्फ जावेद ईरानी को दबोच लिया. वहीं प्रत्येक वारदात में प्रयुक्त यूपी नंबर की एक टैक्सी कार को सीज कर उसके चालक जितेंद्र कुमार को भी गिरफ्तार किया गया.

आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद जयपुर लाया गया और जब उनसे पूछताछ की गई तो यह बात सामने आई की ईरानी गैंग के सदस्य पूरे देश में अलग-अलग शहरों में सर्राफा बाजार के आसपास गलियों में सूट–बूट पहनकर जाते हैं. गलियों से पार्सल या पैकेट लेकर आने वाले व्यक्तियों को रोक कर बदमाश खुद को पुलिस या सीबीआई का अधिकारी बताकर चेकिंग का हवाला देते हैं. गिरोह का एक सदस्य खुद को एसीपी स्तर का अधिकारी बताता है, बकायदा फर्जी आई कार्ड भी रोके गए व्यक्ति को दिखाया जाता है. 

इसके बाद खुद को एसीपी बताने वाला गिरोह का सदस्य उस रोके गए व्यक्ति को बातों में उलझा देता है. वहीं गिरोह के दूसरे सदस्य चेकिंग के बहाने पार्सल या बैग में से कीमती जवाहरात, नगदी आदी चुरा लेते हैं. वारदात को अंजाम देने के बाद गिरोह के सदस्य तुरंत उस शहर से दूसरे शहर के लिए निकल जाते हैं.

प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने जयपुर के संजय बाजार, तेलीपाड़ा की गली, परतानियों का रास्ता और गोपाल जी का रास्ता में अलग-अलग वारदातों को अंजाम देना कबूल किया है. आरोपियों के खिलाफ दिल्ली, लखनऊ, कोलकाता सहित अन्य शहरों में भी आपराधिक प्रकरण दर्ज होने की जानकारी मिली है. जिनका आपराधिक रिकॉर्ड जयपुर पुलिस द्वारा मंगवाए जा रहा है.

गिरफ्त में आए ईरानी गैंग के शातिर बदमाशों से पुलिस लगातार पूछताछ में जुटी है. जिसमें अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की संभावना है. आरोपियों के कुछ साथी अभी भी फरार चल रहे हैं जिनकी तलाश में पुलिस की टीम जुटी हुई है. पुलिस ने कानूनी कार्रवाई करते हुए बदमाशों को पकड़ हवालात में तो डाल दिया है लेकिन आमजन खुद को सतर्क रहकर इस तरह की गैंग का शिकार बनने से बच सकते हैं. 

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