IPS Dinesh MN : राजस्थान के उदयपुर, झुंझुनूं, करौली, सवाई माधोपुर जिलों में एसपी रह चुके और वर्तमान में एडीजी क्राइम दिनेश एमएन कई पुलिस अफसरों के लिए रोल मॉडल है. वो Bikaner के आईजी भी रह चुके है. लेकिन बहुत कम लोग दिनेश एमएन का पूरा नाम जानते है.
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IPS Dinesh MN : राजस्थान पुलिस के सिंघम के तौर पर अपनी पहचान बना चुके हैं IPS दिनेश एमएन. दौसा में एएसपी के रूप में पहली फील्ड पोस्टिंग मिली थी. करौली, सवाई माधोपुर, झुंझुनूं और उदयपुर के एसपी रह चुके है. शोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में 7 साल की जेल हुई. जब वापसी की तो वहीं अंदाज, वही तेवर. 2016 में SOG की कमान संभाली तो राजस्थान के सबसे बड़े बदमाश आनंदपाल सिंह की गैंग पर नकेल कसी. चूरू के मालासर में दिनेश एमएन के नेतृत्व में ही एनकाउंटर हुआ. उसके बाद उनको बीकानेर का आईजी बनाया गया.
साल 2018 में राजस्थान में सरकार बदली. वसुंधरा राजे के बाद अशोक गहलोत राज्य के मुख्यमंत्री बने. लेकिन दिनेश एमएन को उससे भी बड़ी जिम्मेदारियां मिली. पहले भ्रष्टाचार मिटाने के लिए एसीबी का आईजी बनाया. वक्त के साथ प्रमोशन मिला. एसीबी के एडीजी बने. फरवरी 2020 में एडीजी बने. उनके एडीजी एसीबी रहते राजस्थान में नेता हो या बड़ा अफसर. ACB ने किसी को नहीं बख्शा. अब उनको राजस्थान में क्राइम कंट्रोल की जिम्मेदारी देते हुए एडीजी क्राइम बनाया गया है.
लोगों में इनकी पहचान आईपीएस दिनेश एमएन के रूप में ही है. बहुत कम लोग आईपीएस दिनेश एमएन का पूरा नाम जानते है. नाम में इनके गांव और पिता दोनों का नाम शामिल है. दिनेश उनका खुद का नाम है. MN में M से गांव का नाम मुनागनाहल्ली और N से पिता का नाम नारायण स्वामी है.
दिनेश एमएन के पिता भी प्रशासनिक सेवा में रहे है. वो साल 2005 में बैंगलोर में तहसीलदार के पद से रिटायर हुए. उनकी पत्नी जयपुर के एक कॉलेज में प्रोफेसर है. जन्म कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर जिले में आने वाले मुनागनाहल्ली में हुआ था. 25 फरवरी 1999 को के विजयलक्ष्मी से शादी हुई. जो अभी असिस्टेंट प्रोफेसर है. IPS दिनेश एमएन की दो बेटियां भी है.
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